नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध विवेकानंद कॉलेज (Vivekananda College) में एडहॉक शिक्षकों (adhoc teachers) को आखिरकार करीब डेढ़ माह बाद जॉइनिंग मिल गई. बता दें कि एडहॉक शिक्षक जॉइनिंग को लेकर करीब डेढ़ माह से प्रदर्शन कर रहे थे.
वहीं प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के नेतृत्व में कुलपति कार्यालय पर भी विरोध प्रदर्शन किया था. इस दौरान प्रदर्शन स्थल पर कार्यवाहक कुलपति प्रो. पीसी जोशी ने प्रदर्शनकारी शिक्षकों से मुलाकात की और देर शाम तक ही री - जॉइनिंग (Re-joining ) का आदेश दिया था. लेकिन आज अधिकारिक तौर पर शिक्षकों को कॉलेज प्रशासन की ओर से री - जॉइनिंग मिल गई है.
मेल भेज कॉलेज प्रशासन ने दी री - जॉइनिंग
बता दें कि विवेकानंद कॉलेज प्रशासन के द्वारा 12 एडहॉक शिक्षकों को आज एक मेल भेजकर उन्हें री - जॉइनिंग (Re-joining ) दे दी गई है. कॉलेज प्रशासन के द्वारा शिक्षकों को लिखे गए मेल में लिखा गया है कि शिक्षकों को दिल्ली विश्वविद्यालय के नियम के मुताबिक एक दिन का ब्रेक देखकर मौजूदा अकादमिक सत्र खत्म होने तक जॉइनिंग दी गई है.
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वहीं आम आदमी पार्टी समर्थित शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर एसोसिएशन के प्रभारी डॉ. हंसराज सुमन ने बताया कि इन 12 एडहॉक शिक्षकों का कार्यकाल 29 अप्रैल 2021 तक था. एडहॉक शिक्षकों को 30 अप्रैल को फिर से री - जॉइनिंग लेटर दिया जाना था लेकिन विवेकानंद कॉलेज (Vivekananda College) की प्रिंसिपल ने इन 12 एडहॉक शिक्षकों की सर्विस 29 अप्रैल को ही खत्म कर दिया था. उन्होंने कहा कि उसके बाद डीटीए ने इन 12 एडहॉक शिक्षकों की तुरंत री - जॉइनिंग कराने की मांग को लेकर गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन से लेकर ओबीसी कमिशन और दिल्ली विश्वविद्यालय ( Delhi University) के कुलपति को ज्ञापन सौंपा था.
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स्थाई नियुक्ति पूरी होने तक किसी एडहॉक शिक्षक को पद से न हटाया जाए
वहीं आम आदमी पार्टी समर्थित दिल्ली टीचर एसोसिएशन के प्रभारी डॉ. हंसराज सुमन ने इस दौरान दिल्ली विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रोफ़ेसर पीसी जोशी से 5 दिसंबर 2019 शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए सर्कुलर का हवाला देते हुए मांग कि और कहा जब तक स्थाई शिक्षक की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू नहीं हो जाती है किसी भी एडहॉक शिक्षक को पद से न हटाया जाए.
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