नई दिल्ली: आगामी 30 मार्च को भगवान राम का जन्मोत्सव यानी राम नवमी मनाई जाएगी. इस वर्ष राम नवमी पूजन का शुभ मुहूर्त मध्याह्न 11:36 बजे से 12:24 है. इस दिन प्रात: काल से ही सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है जो शुभ फल देने वाल माना जाता है.
भगवान राम की पूजन विधि: राम नवमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद राम दरबार की स्थापना करें. राम दरबार में प्रभु श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान का विग्रह होना चाहिए. दोपहर 12 बजे मध्याह्न काल में भगवान राम के बाल स्वरूप को पंचामृत से स्नान कराएं और उन्हें झूला झुलाएं. इसके बाद भोग आदि लगाकर मां कौशल्या का ध्यान करते हुए भगवान राम की स्तुति करें. इस प्रकार व्रत पूजन करने से भगवान राम बहुत प्रसन्न होते हैं. रामनवमी के दिन रामरक्षा स्तोत्रम, हनुमान अष्टक, हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, रामायण आदि का पाठ अवश्य करना चाहिए.
यह भी पढ़ें-Chaitra Navratri 2023 : जानिए महासप्तमी पर किये जाने वाले आसान से उपाय, मां कालरात्रि की पूजा करने के फायदे
मां सिद्धिदात्री का होता है पूजन: रामनवमी को महानवमी भी कहते हैं. नवरात्रि के 9वें दिन मां सिद्धिदात्री का पूजन किया जाता है. इस दिन माता के पूजन के पश्चात भक्त कन्या पूजन करके मां भगवती को विदा करते हैं. इस बार मां दुर्गा का प्रस्थान गुरुवार को होगा. गुरुवार को मां अपने भक्तों के कंधों पर सवार होकर प्रस्थान करेंगी. मानव यानी भक्तों पर सवार होकर प्रस्थान होने का अर्थ है कि यह वर्ष सुख और सौभाग्य से पूर्ण रहेगा और मां पूरे वर्ष अपने भक्तों का ध्यान रखेंगी.
यह भी पढ़ें-Chaitra Navaratri 2023: नवरात्रि के छठे दिन हुआ मां कालकाजी का भव्य श्रृंगार, देखें आरती