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DU: मेडिकल कॉलेजों से ली जाए सहायता, सांसद राकेश सिन्हा ने VC को लिखा पत्र

राकेश सिन्हा ने दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन के उस फैसले की सराहना की है, जिसमें कोरोना संक्रमण के चलते अपनी जान गंवा चुके शिक्षकों के परिवार को वित्तीय सहायता देने का फैसला लिया गया है. राकेश सिन्हा ने विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर को भी एक पत्र लिखा है.

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सांसद राकेश सिन्हा ने वाइस चांसलर को लिखा पत्र
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Published : May 10, 2021, 2:17 PM IST

नई दिल्ली: बीजेपी सांसद प्रो. राकेश सिन्हा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर पीसी जोशी को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि देश आज एक गंभीर संक्रमण से गुजर रहा है. सभी लोग अपने-अपने स्तरों पर परस्पर सहयोग और समन्वय के साथ संक्रमण को परास्त करने में लगे हुए हैं. इसी कड़ी में वह विश्वविद्यालय प्रशासन को इस संक्रमण से लड़ने के लिए कुछ सुझाव देना चाहते हैं.

आपातकाल सहायता के लिए जारी किया जाए एक कॉमन नंबर
राकेश सिन्हा ने विश्वविद्यालय प्रशासन के उस फैसले की सराहना की है, जिसमें कोरोना संक्रमण के चलते अपनी जान गंवा चुके शिक्षकों के परिवार को वित्तीय सहायता देने का फैसला लिया गया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के पटेल चेस्ट में ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाना चाहिए. ये ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा, जिससे यहां से लोगों को ऑक्सीजन मिल पाएगा. साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन एक मॉनिटरिंग सेल का गठन करें और एक कॉमन टेलीफोन नंबर जारी किया जाए, जिस पर विश्वविद्यालय से जुड़ा कोई भी व्यक्ति आपात स्थिति की सूचना देकर सहायता ले सके.

विश्वविद्यालय के चिकित्सकों से ली जाए सहायता
इसके साथ ही उन्होंने पत्र में ये सुझाव दिया है कि विश्वविद्यालय से जुड़े चिकित्सकों एवं दो बड़े अस्पतालों के वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम बनाकर विश्वविद्यालय के शिक्षक, गैर शैक्षणिक कर्मचारियों को मेडिकल एडवाइस और ट्रीटमेंट संबंधी जानकारी की सहायता दी जाए. इसके साथ ही कोरोना के इलाज के लिए आवश्यक दवाओं की उपलब्धता और खुद को स्वस्थ रखने के लिए योग आदि संबंधी जानकारी भी दी जाए, साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय से जुड़े मेडिकल कॉलेज से भी मौजूदा समय को देखते हुए मदद ली जाए.

हर कर्मचारी को दी जाए वित्तीय सहायता
राकेश सिन्हा ने कहा है कि मौजूदा समय में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया जारी है, लेकिन अधिकतर सेंटर्स पर भीड़ लगने के कारण वैक्सीनेशन नहीं हो पा रहा है. इसीलिए नॉर्थ साउथ और ईस्ट दिल्ली में वैक्सीनेशन सेंटर लगवाए जाएं, जिससे कि शिक्षकों गैर शैक्षणिक कर्मचारियों और विश्वविद्यालय से जुड़े सभी लोगों का वैक्सीनेशन हो सके. सिन्हा ने कहा कि शिक्षक और विश्वविद्यालय के प्रति एक कर्मचारी जिसकी कोरोना के चलते मृत्यु हो गई है उसके परिवार को विश्वविद्यालय रोजगार देने पर गंभीरता से विचार करे और उसके परिवार को तत्काल प्रभाव से वित्तीय सहायता दी जाए.

नई दिल्ली: बीजेपी सांसद प्रो. राकेश सिन्हा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर पीसी जोशी को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि देश आज एक गंभीर संक्रमण से गुजर रहा है. सभी लोग अपने-अपने स्तरों पर परस्पर सहयोग और समन्वय के साथ संक्रमण को परास्त करने में लगे हुए हैं. इसी कड़ी में वह विश्वविद्यालय प्रशासन को इस संक्रमण से लड़ने के लिए कुछ सुझाव देना चाहते हैं.

आपातकाल सहायता के लिए जारी किया जाए एक कॉमन नंबर
राकेश सिन्हा ने विश्वविद्यालय प्रशासन के उस फैसले की सराहना की है, जिसमें कोरोना संक्रमण के चलते अपनी जान गंवा चुके शिक्षकों के परिवार को वित्तीय सहायता देने का फैसला लिया गया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के पटेल चेस्ट में ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाना चाहिए. ये ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा, जिससे यहां से लोगों को ऑक्सीजन मिल पाएगा. साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन एक मॉनिटरिंग सेल का गठन करें और एक कॉमन टेलीफोन नंबर जारी किया जाए, जिस पर विश्वविद्यालय से जुड़ा कोई भी व्यक्ति आपात स्थिति की सूचना देकर सहायता ले सके.

विश्वविद्यालय के चिकित्सकों से ली जाए सहायता
इसके साथ ही उन्होंने पत्र में ये सुझाव दिया है कि विश्वविद्यालय से जुड़े चिकित्सकों एवं दो बड़े अस्पतालों के वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम बनाकर विश्वविद्यालय के शिक्षक, गैर शैक्षणिक कर्मचारियों को मेडिकल एडवाइस और ट्रीटमेंट संबंधी जानकारी की सहायता दी जाए. इसके साथ ही कोरोना के इलाज के लिए आवश्यक दवाओं की उपलब्धता और खुद को स्वस्थ रखने के लिए योग आदि संबंधी जानकारी भी दी जाए, साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय से जुड़े मेडिकल कॉलेज से भी मौजूदा समय को देखते हुए मदद ली जाए.

हर कर्मचारी को दी जाए वित्तीय सहायता
राकेश सिन्हा ने कहा है कि मौजूदा समय में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया जारी है, लेकिन अधिकतर सेंटर्स पर भीड़ लगने के कारण वैक्सीनेशन नहीं हो पा रहा है. इसीलिए नॉर्थ साउथ और ईस्ट दिल्ली में वैक्सीनेशन सेंटर लगवाए जाएं, जिससे कि शिक्षकों गैर शैक्षणिक कर्मचारियों और विश्वविद्यालय से जुड़े सभी लोगों का वैक्सीनेशन हो सके. सिन्हा ने कहा कि शिक्षक और विश्वविद्यालय के प्रति एक कर्मचारी जिसकी कोरोना के चलते मृत्यु हो गई है उसके परिवार को विश्वविद्यालय रोजगार देने पर गंभीरता से विचार करे और उसके परिवार को तत्काल प्रभाव से वित्तीय सहायता दी जाए.

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