नई दिल्ली: ट्रेन -18 के बाद अब भारतीय रेलवे अब राजधानी, शताब्दी और दुरंतों गाड़ियों को भी तेज गति से दौड़ाने की तैयारियां कर चुकी है. इसके लिए WAP7 लोकोमोटिव का अपग्रेडेड वर्जन जारी किया गया है. 6000 हार्सपावर का ये इंजन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है.
गुरुवार को रेलमंत्री पीयूष गोयल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रेलवे के अपग्रेडेड लोकोमोटिव WAP7 से पर्दा उठाया. इस इंजन को अभी कई तरह के टेस्ट और ट्रायल्स से गुजरना पड़ेगा जिसके बाद इसे राजधानी, शताब्दी और दुरंतो जैसी गाड़ियों में इस्तेमाल किए जाने का प्लान है.
मेक इन इंडिया के किया गया बदलाव
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि चितरंजन लोकोमोटिव्स द्वारा अपग्रेड किए गए इस इंजन को 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि मेक इन इंडिया के तहत इस इंजन में बहुत से बदलाव किए गए हैं. साथ ही इसके वजन में 14 टन वजन घटाया गया है.
कुमार की मानें तो ये इंजन 24 डिब्बों को तेज गति से खींच सकता है. वो कहते हैं कि प्रीमियम गाड़ियों को तेज गति से चलाने की योजना पहले से है. इसी क्रम में ये महज एक कदम है जबकि आने वाले दिनों में लगातार सुधार होने हैं.