नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पहले ब्याज पर रकम देना और फिर ज्यादा ब्याज वसूलना, यह पुराने जमाने में साहूकारों की आदत होती थी. वर्तमान में भी इस तरह के कुछ सूदखोर मौजूद हैं, जो ब्याज के नाम पर लोगों का खून चूसते आए हैं. ऐसे ही ब्याजखोरों पर पुलिस का शिकंजा भी समय-समय पर चलता रहता है. गाजियाबाद में जितेंद्र बंसल नाम के एक सूदखोर की करीब 6 करोड रुपये की संपत्ति को कुर्क किया गया है. यह वही जितेंद्र बंसल है जिस पर आरोप है कि वह एक मिठाई व्यापारी से पूर्व में लगातार बयाजखोरी कर रहा था. जिससे परेशान होकर उस व्यापारी ने आत्महत्या कर ली थी.
मामला गाजियाबाद के लोनी इलाके का है. जहां पर बलराम नगर में जितेंद्र बंसल नाम के गैंगस्टर की संपत्ति को कुर्की करने के लिए शनिवार को पुलिस पहुंची. यहां पर एक बिल्डिंग को सील कर दिया गया और प्रशासन ने इसको अपने कब्जे में ले लिया. जितेंद्र बंसल पर गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज था. इसके अलावा साहूकार अधिनियम में भी उसपर मुकदमा दर्ज है. गैंगस्टर एक्ट में आरोपी पर कुर्की की कार्रवाई की गई है.
लोगों को ब्याज पर रकम उपलब्ध करा कर अवैध रूप से उनसे ब्याज वसूलने का मामला जितेंद्र बंसल पर दर्ज था. उसी से परेशान होकर एक मिठाई व्यापारी ने पूर्व में आत्महत्या भी कर ली थी. लोग बताते हैं कि इस तरह के ब्याजखोर असल से ज्यादा ब्याज वसूलते हैं और अपनी संपत्ति को बढ़ाते हैं. हालांकि यह अवैध कारोबार है. इस पर बाकायदा सख्त कानून है, लेकिन आरोपी ने इस बात की बिल्कुल परवाह नहीं की और वह ब्याज के नाम पर लोगों का खून चूसता रहा था। जाहिर है उस पर यह शिकंजा कहीं ना कहीं एक बड़ी मिसाल कायम करेगा। डीसीपी विवेक कुमार का कहना है कि मामले में गैंगस्टर एक्ट की धारा के तहत कुर्की की कार्रवाई की गई है. बाकी मामलों में भी विवेचना चल रही है और जल्द उन पर भी कानूनी प्रक्रिया के तहत आरोपी पर शिकंजा कसा जाएगा.
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