नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण के रोकथाम के लिए दिल्ली सरकार की ओर से 15 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान लागू किया गया है. इसके तहत मंगलवार को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली सचिवालय में ग्रीन वार रूम की शुरुआत की. इसके साथ 24 घंटे की मॉनिटरिंग की भी शुरुआत की गई. वॉर रूम से दिल्ली के 13 हॉटस्पॉट पर विशेष नजर रखी जाएगी. इन जगहों पर क्यों बढ़ रहा है प्रदूषण इसकी भी जांच की जाएगी. इसके साथ ही इस रूम को दिल्ली ग्रीन एप से भी जोड़ा गया है. एप पर आने वाली शिकायतों का जल्द से निस्तारण किया जाएगा जिससे दिल्ली में प्रदूषण न बढ़े.
ग्रीन वॉर रूम में 17 वैज्ञानिक: मंत्री राय ने बताया कि पहले ग्रीन वार रूम में दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल कमिटी के 9 वैज्ञानिक थे, जिनकी संख्या बढ़ा दी गई है. अब इस कमेटी में कुल 17 वैज्ञानिक हैं, जो हॉट स्पॉट पर नजर रखेंगे. यहां पर प्रदूषण न बढ़े इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी. वार्ड रूम से वैज्ञानिक रियल टाइम एयर क्वालिटी इंडेक्स पर नजर रखी जाएगी. दिल्ली ग्रीन एप से कोई प्रदूषण की शिकायत करता है तो वह शिकायत ग्रीन वार रूम में आएगी. यहां से शिकायत संबंधित विभाग को भेजी जाएगी. जल्द से जल्द शिकायत का समाधान किया जाएगा. यदि कोई विभाग शिकायत का समाधान नहीं करता है तो अधिकारियों से शिकायत की जाएगी. बीते वर्ष 17000 शिकायतें दिल्ली ग्रीन एप से मिली थी, इनमें से 90 प्रतिशत शिकायतों का समाधान किया गया था.
पंजाब सरकार से बातचीत: दिल्ली में पराली जलने से रोकने के लिए आम आदमी पार्टी सरकार खेतों में बायो डी कंपोजर का छिड़काव करवा रही है. पंजाब में सबसे ज्यादा प्रणाली जलाने के मामले आ रहे हैं. 15 सितंबर से 30 सितंबर के बीच पंजाब में 214 स्थान पर परली जलाई गई. पंजाब में भी आम आदमी पार्टी की सरकार है. इसे लेकर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पंजाब में प्रणाली चलाने के मामलों को कम करने के लिए बात की गई है.
ये है दिल्ली के प्रदूषित 13 हाटस्पॉट: दिल्ली के अंदर 13 हॉटस्पॉट चिह्नित किए गए हैं. इनमें आनंद विहार, वजीदपुर, विवेक विहार, जहांगीरपुरी, अशोक विहार, बवाना, रोहणी, नरेला, द्वारका, मुंडका, पंजाबी बाग, आरके पुरम और ओखला फेज- दो शामिल हैं. इन स्थानों पर प्रदूषण सबसे ज्यादा होता है. हालांकि हर स्थान पर प्रदूषण के अलग-अलग कारण हैं. ऐसे में इन सभी स्थानों के लिए अलग-अलग एक्शन प्लान बनाकर काम किया जाएगा. इसके लिए अलग टीमें होगी और इनकी मानीटरिंग भी अलग-अलग की जाएगी.
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इन 15 बिंदुओं पर हो रहा काम: दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम को लेकर विंटर एक्शन प्लान के तहत 15 बिंदु निर्धारित किए गए हैं, जिन पर दिल्ली के 28 विभाग काम कर रहे हैं. इसमें हॉटस्पॉट, पराली को जलाने से रोकने, धूल से प्रदूषण, वाहनों से होने वाले प्रदूषण, कूड़ा जलाने से प्रदूषण, औद्योगिक प्रदूषण, दिल्ली ग्रीन एप, प्रदूषण का वास्तविक आकलन, पटाखों पर रोक, पौधरोपण, अर्बन फार्मिंग, ई-वेस्ट इको पार्क, जन जागरुकता, केंद्र और राज्य सरकार से बातचीत, ग्रेप के नियमों का पालन है.