नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल रविवार को नई संसद भवन का उद्घाटन करेंगे. नई संसद भवन के उद्घाटन से पहले ही कई राजनीतिक दलों ने राष्ट्रपति को निमंत्रण ना दिए जाने को लेकर उद्घाटन समारोह में आने से इंकार कर दिया है. वहीं दूसरी तरफ पहलवानों ने भी नई संसद भवन के सामने महापंचायत का ऐलान किया है, जिसके बाद से ही सुरक्षा को लेकर पहले ही कड़े इंतजाम कर दिए गए हैं.
संसद भवन के पास सुरक्षा के कड़े इंतजाम: नए संसद भवन के उद्घाटन में मोदी कैबिनेट के साथ ही कई अन्य राजनीतिक दल भी शामिल होंगे, जिसके पहले सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है. दिल्ली पुलिस को इनपुट मिला है कि नए संसद भवन के बाहर की दीवारों पर एंटी सरकार ओर एंटी पीएम स्लोगन लिखे जा सकते हैं, जिसके बाद संसद भवन के आस-पास के इलाके को छावनी में बदल दिया गया है. नए संसद भवन के आस-पास दिल्ली पुलिस का स्टाफ तैनात किया गया है. करीब 70 पुलिसकर्मियों के स्टाफ को सुरक्षा में लगाया गया है. इसकी मॉनीटरिंग एसीपी रैंक के अधिकारी कर रहे हैं. संसद भवन के पास 24 घंटे सुरक्षा तैनात होगी और सीसीटीवी के जरिए भी यहां नजर रखी जा रही है.
पहलवानों को नहीं दी गई महापंचायत की अनुमति: बता दें कि बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एक महीने से ज्यादा समय से धरने पर बैठे पहलवानों ने भी 28 मई को नए संसद भवन के पास महिला पंचायत करने का ऐलान किया था, लेकिन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने पहलवानों को महिला पंचायत की अनुमति नहीं दी है. पहलवानों की महिला पंचायत में 30 से ज्यादा खाप पंचायतों ने भी शामिल होने की बात कही है, जिसे देखते हुए संसद भवन इलाके में चारों तरफ से पुलिस की तरफ से एक का इंतजाम किए गए हैं. काफी संख्या में बैरिकेडिंग भी लगाई गई है.
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दिल्ली बॉर्डर पर भी बढ़ी सुरक्षा: वहीं इसके अलावा गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, सिंधु बॉर्डर पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. साथ ही खाप पंचायतों से प्रदर्शन नहीं करने की भी अपील की गई है. महिला पंचायत में बड़ी संख्या में UP, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान से महिलाएं प्रदर्शन में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच सकती हैं, जिसे देखते हुए महिला पुलिस कंपनियों को भी सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात किया गया है.
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