नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने जामा मस्जिद के कबूतर मार्केट में शनिवार को सरेआम हुई हत्या मामले का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने हत्या में उपयोग किया गया पिस्टल, चार जिंदा कारतूस और ऑटो रिक्शा भी बरामद कर लिया है.
दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में शानिवार शाम साढ़े तीन बजे एक कबूतर बेचने वाले दुकानदार इमरान उर्फ नन्हे की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. सूचना मिलने पर पुलिस टीम घटना स्थल पर पहुंची और जांच शुरू कर दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी सेंट्रल सजंय सैन ने एसीपी दरियागंज की देखरेख में एक पुलिस टीम गठित किया.
पुलिस टीम ने जामा मस्जिद सहित बस स्टैंड पर लगे तमाम सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो पता चला कि एक ऑटो में चार लोग भागे हैं. पुलिस ने लोकल इनपुट डेवलप करके ऑटो की जांच की तो उसे दिल्ली के इंद्रा विहार का पता मिला. पुलिस ने पते पर छापेमारी की तो वहां से आरोपी बुरहान मलिक को पकड़ लिया गया. साथ ही एक और 17 वर्षीय नाबालिग आरोपी को पूर्वी दिल्ली के यमुना विहार से गिरफ्तार कर लिया गया.
जल्दी पैसे कमाने के लिए उगाही के काम आये ये बदमाशः पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म क़बूलते हुए बताया कि जल्दी पैसे कमाने के लिए उगाही के धंधे में शामिल हुए थे. बताया कि वे लोगों से पैसों की उगाही का काम करने वाले हासिम बाबा गैंग से जुड़े समीर उर्फ राजा उर्फ आसिफ बाबा के संपर्क में आए और शॉर्टकट से रुपये कमाने के लालच में अपराध की दुनिया में संलिप्त हो गये.
पिछले 23 अप्रैल को शाम छह बजे आसिफ बाबा कबूतर मार्केट में आया था और ई-रिक्शा को लेकर मृतक इमरान उर्फ नन्हें और उसके रिश्तदारों से मामूली झगड़ा हुआ था. बीच-बचाव के बाद मामला शांत हो गया था. लेकिन आसिफ बाबा ने इमरान को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी. 28 अप्रैल को उसने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी.
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