नई दिल्ली: दिल्ली के सरकारी स्कूलों के फिजिकल एजुकेशन टीचर को प्रशिक्षित करने के लिए पांच दिवसीय शारीरिक साक्षरता प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई. वहीं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी शामिल हुए. वहीं इस दौरान बैडमिंटन खिलाड़ी और कोच पुलेला गोपीचंद भी मौजूद रहे.
शारीरिक शिक्षा बेहद जरूरी
बता दें कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने शारीरिक साक्षरता प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए. यह पांच दिवसीय कार्यक्रम सरकारी स्कूलों के फिजिकल एजुकेशन शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए चलाया जा रहा है.
इसमें दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 1300 फिजिकल एजुकेशन टीचर शामिल हुए. वहीं शिक्षकों को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोविड-19 के चलते हमारे बच्चे घर में कैद हो गए हैं. ऐसे में शारीरिक शिक्षा बेहद जरूरी है. साथ ही उन्होंने शिक्षकों से बड़ी भूमिका में आगे आने की अपील की और कहा कि खेल भावना को बढ़ाने का प्रयास करें.
पुलेला गोपीचंद ने किया अपना अनुभव साझा
वहीं इस दौरान बैडमिंटन खिलाड़ी और कोच पुलेला गोपीचंद ने अपने अनुभव साझा किए. साथ ही उन्होंने कहा कि शारीरिक शिक्षा से ही जीवन की मजबूत नींव रखी जा सकती है. गोपीचंद ने खेलकूद के महत्व पर भी जोर दिया और कहा कि इससे बच्चे नियमों का पालन करने सहित अन्य कई गुणा सीखते हैं और खेलकूद की भावना बच्चों में विकसित होने पर वह जीवन के कई कौशल सिखाने में मदद भी करती है. बता दें कि पुलेला गोपीचंद की संस्था एक्सेलेंस इन लर्निग एंड मास्टरिग ऑफ स्पोर्ट्स एंड फिजिकल लिटरेसी (ईएलएमएस) फाउंडेशन के सहयोग से किया गया है.