नई दिल्ली: भारत सरकार द्वारा भोजपुरी को भारतीय संविधान के 8वीं अनुसूची में शामिल कराने की मांग को लेकर भोजपुरी जन जागरण अभियान मंच ने दिल्ली के जंतर मंतर पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान काफी संख्या में लोग धरनास्थल पर पहुंचे और भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने को लेकर नारेबाजी की. प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड के अलग-अलग जिलों के लोग शामिल हुए. बताया गया कि धरने के समापन के बाद प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री को ज्ञापन भी सौंपेंगे.
प्रदर्शन में आए भोजपुरी फिल्म अभिनेता व गायक अभिषेक भोजपुरिया ने कहा कि भोजपुरी केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बोली जाती है. नेपाल, मॉरीशस के अलावा कई देश में भोजपुरी बोलने का प्रचलन है. लेकिन भारत के कई राज्यों में बोले जाने के बाद भी इसे आठवीं अनुसूची में अभी तक शामिल नहीं किया गया है. हमारी मांग है कि केंद्र सरकार, इसे आठवीं अनुसूची में शामिल करें, जिससे भोजपुरी को एक नई पहचान मिले.
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उनके अलावा भोजपुरी जन जागरण अभियान के सचिव डॉ पुष्कर ने कहा कि मॉरीशस की सरकार ने संयुक्त राष्ट्र संघ में भोजपुरी गीत संगीत को मान्यता दिलाई, लेकिन भारत सरकार इसे कई महत्व नहीं दे रही. एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि भोजपुरी को आइन-ए-अकबरी में बक्सरी जबान के नाम से संबोधन किया गया है. इस प्रचीन भाषा को सरकार को सही दर्जा देना चाहिए.
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