नई दिल्ली: मणिपुर हिंसा बीते दिनों देश भर में बड़ी चर्चा का विषय रही है. कुकी-जोमी जनजातियों और बहुसंख्यक मैतेई समुदाय के बीच संघर्ष में 70 से भी ज्यादा लोगों ने जान गंवा दी. मणिपुर हाई कोर्ट के मैतेई समुदाय को लेकर दिए फैसले के बाद राज्य हिंसा से भड़क उठा. मणिपुर सरकार ने राज्य में इंटरनेट बैन को 31 मई तक बढ़ा दिया है. पहली बार हिंसा शुरू होने के बाद 3 मई को इंटरनेट पर बैन लगाया गया था. मणिपुर में हो रही हिंसा के विरोध में आज सोमवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर कुकी समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. सैकड़ों की संख्या में कुकी समाज की युवा और युवतियां भी हाथ में तिरंगा लेकर जंतर-मंतर पहुंची.
इस दौरान कुकी समाज की एक महिला ने बताया कि आज मणिपुर में हालात बहुत खराब हैं. हमारे मां-बाप वहां पर फंसे हुए हैं. उनकी कोई गलती नहीं है. उन्होंने किसी का कुछ नहीं बिगड़ा है. हमारे कई परिवार के लोग वहां फंसे हुए हैं. सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं की जा रही है, क्योंकि सरकार वहां पर समाज को एक उग्रवादी समाज बना रही है. वहां के मुख्यमंत्री से हमें बिल्कुल उम्मीद नहीं है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर हमें भरोसा है और अपनी इन्हीं मांगों को लेकर आज जंतर-मंतर पर हमारे साथ कुकी समुदाय के लोग आए हैं. हम देश के प्रधानमंत्री मोदी से यही कहना चाहते हैं कि हम शांति चाहते हैं. आज हमारा पीसफुल प्रोटेस्ट है. हमें भरोसा है कि केंद्र की सरकार हमारी मदद करेगी.
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बता दें, जंतर-मंतर पर वैसे तो धारा 144 लागू है, लेकिन इन लोगों ने परमिशन ले रखी थी, जिसके बाद इन्हें शांतिपूर्ण तरीके से प्रोटेस्ट करने दिया गया. लेकिन मीडिया की एंट्री पूरी तरह से बैन थी. जब यह लोग प्रोटेस्ट खत्म करके बाहर आ रहे थे तो उन्होंने बताया कि मणिपुर में अब तक 50 से ज्यादा लोग हिंसा में मारे जा चुके हैं. कुकी और मैतेई समाज में आपस में लड़ाई चल रही है. वहां के सीएम एन वीरेन मेइती समाज से आते हैं, इसलिए वह लोग हम पर अत्याचार कर रहे हैं. समाज के लोगों के साथ भेदभाव किया जा रहा है और इन्हीं मांगों के लेकर आज हम जंतर-मंतर पर पीसफुल प्रोटेस्ट करने के लिए पहुंचे. हमारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से यही गुजारिश है कि वहां पर जो हिंसा है, उसे रोका जाए. हमें उम्मीद है कि पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह इस पर कोई ठोस कदम उठाएंगे, हमें उन पर पूरा भरोसा है.
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