नई दिल्ली : कोरोना के कारण देश भर में पठन-पाठन का कार्य बाधित है. Delhi Government ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक वैक्सीनेशन का काम पूरा नहीं हो जाता, स्कूल नहीं खुलेंगे. इस बीच घर पर ही ऑनलाइन माध्यम से बच्चों की पढ़ाई कराई जा रही है, लेकिन इस माध्यम में कई तरह की समस्याएं भी आ रही हैं और इन्हीं समस्याओं के समाधान को लेकर चर्चा करने के लिए पैरेंट-टीचर मीटिंग का आयोजन किया गया है.
कोरोना काल में पहली बार दिल्ली सरकार के Schools में PTM आयोजित हुई है. 19 से 31 जुलाई के बीच दिल्ली सरकार के सभी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों को बुलाकर, इस बात पर चर्चा की जानी है कि इस दौरान बच्चों की पढ़ाई में सामने आ रही परेशानियों का किस तरह से समाधान किया जा सके और किस तरह बच्चों की पढ़ाई पर कोरोना का असर है न पड़े.
ईटीवी भारत ने दिल्ली सरकार के कोंडली स्थित स्कूल में PTM को लेकर अभिभावकों और शिक्षकों से बातचीत की. ममता कुकरेजा की बेटी इस स्कूल में 10वीं क्लास में पढ़ती है. वह बेटी के साथ इस मीटिंग के लिए स्कूल आई थीं. उन्होंने बताया कि बच्चों की पढ़ाई संबंधी दिक्कतों को लेकर टीचर से बात की. उनका कहना था कि कोरोना काल में यह PTM काफी जरूरी थी.
एक और अभिभावक कविता का कहना था कि कोरोना के कारण घर पर बच्चों की पढ़ाई में काफी दिक्कतें आ रही हैं. उन्होंने बताया कि उनकी दो बेटियां हैं, लेकिन घर पर एक ही स्मार्टफोन है. ऐसे में उनके लिए online classes मुश्किल हो जाती हैं. उन्होंने बताया कि इसे लेकर जब प्रिंसिपल से बात की, तो उन्होंने सुझाव दिया कि दोनों बच्चों की ऑनलाइन क्लास एक-एक दिन के अंतराल पर करा सकते हैं.
ये भी पढ़ें-मनीष सिसोदिया ने मेंटर टीचर के साथ किया संवाद
ईटीवी भारत ने बच्चों से भी बातचीत की, जिन बच्चों को online classes में दिक्कत आ रही है या जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है, उनके समाधान के लिए भी स्कूल ने एक पहल शुरू की है. यहां की प्रिंसिपल संध्या सिंह ने ETV BHARAT से बातचीत में बताया कि ऐसे बच्चों के अभिभावकों को स्कूल में बुलाकर, उन्हें एक हफ्ते का वर्कशीट दिया जाता है, जिसके अनुसार वह पूरे हफ्ते पढ़ाई कर सकें.
Principal संध्या सिंह ने बताया कि जिन बच्चों के पास मोबाइल फोन नहीं है, उन तक भी मोबाइल पहुंचाने की स्कूल कोशिश करता है. इसके लिए अलग-अलग NGO के जरिए जरूरतमंद बच्चों को मोबाइल फोन मुहैया कराया जाता है. उन्होंने बताया कि स्कूल की एक टीचर ने भी कुछ बच्चों की इसमें सहायता की है.
ये भी पढ़ें-स्कूल दौरे पर पहुंचीं मेलानिया ट्रंप को छात्रों ने उपहार में दी मधुबनी पेटिंग