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ऑस्कर विजेता 'द एलिफेंट व्हिस्पर्स' की प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा ने बयां की अपने संघर्ष की दास्तां

भारतीय फिल्म प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा की फिल्म 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' ने बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म का ऑस्कर अवार्ड जीता है. बता दें कि गुनीत मोंगा दिल्ली के एक सामान्य परिवार से आती हैं. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई दिल्ली के ब्लू बेल स्कूल से की थी जहां शनिवार को स्कूल की तरफ से उन्हें सम्मानित किया गया. ब्लू बेल स्कूल

ऑस्कर विजेता 'द एलिफेंट व्हिस्पर्स' की प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा ने बयां की अपने संघर्ष की दास्तां
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Published : Apr 15, 2023, 10:42 PM IST

ऑस्कर विजेता 'द एलिफेंट व्हिस्पर्स' की प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा ने बयां की अपने संघर्ष की दास्तां

नई दिल्ली: बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म का ऑस्कर अवार्ड जीतने वाली 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' की प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा शनिवार को ब्लू बेल स्कूल पहुंची जहां उन्हें सम्मानित किया गया. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई दिल्ली के ब्लू बेल स्कूल से की थी. ऑस्कर विजेता गुनीत मोंगा ने RRR मूवी के फेमस सॉन्ग नाटू-नाटू पर जमकर डांस किया. आपको बता दें कि भारत की शार्ट फिल्म 'द एलिफेंट व्हिस्पर्स' ने बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म का ऑस्कर अवार्ड जीता है. उनके साथ ही ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई और गोल्डन आई अवार्ड जीतने वाली फ़िल्म “ऑल दैट ब्रीथ्स” के प्रोड्यूसर शौनक सैन को भी सम्मानित किया गया. शौनक भी ब्लू बेल स्कूल के छात्र रहे हैं.

इस दौरान ईटीवी संवाददाता निखिल कुमार से बात करते हुए उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों की कहानी बयां की. उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि वह पनीर बेचती थीं. लेकिन असल में उन्होंने कभी पनीर नहीं बेचा, हां उन्होंने चीज़ का स्टॉल जरूर लगाया था. पता नहीं किस तरह से मीडिया में ऐसी खबरें चलीं. कहा कि उन्हें इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की. इससे पहले भी उन्होंने कई बड़े अवॉर्ड जीते हैं लेकिन ऑस्कर एक बहुत बड़ा अवार्ड होता है.

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उन्होंने बताया कि चीज़ बेचने के बाद उन्होंने पीवीआर में एक एनाउंसर के रूप में काम किया. इसके अलावा उन्होंने डीजे और एंकरिंग भी की. अपने पुराने दिनों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि जब वह कॉलेज जाती थीं तो फिल्मों में काम करने के लिए मुंबई के हर स्टूडियो में पहुंचने लगी थी. उन्होंने को-ऑर्डिनेटर से लेकर प्रोडक्शन मैनेजर तक का काम किया. उन्होंने कहा कि आज दिल्ली आकर काफी अच्छा लगा. पुराने दोस्त, पुराने साथी, पुराने टीचर्स आज सभी यहां एकत्रित हुए हैं. सभी का यहां पर प्यार मिला और सबसे मिलकर बहुत खुशी हुई. खास कर जब हम कोई बड़ा काम करके आते हैं तो खुशी दुगनी हो जाती है.

ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने बताया कि इस फिल्म को बनाने में कई साल लग गए. इस शॉर्ट फिल्म की कहानी की बात करें तो ये साउथ के कपल बोम्मन और बेली तथा रघु नाम के बेबी एलिफेंट के ऊपर बनाई गई है. कहानी में दिखाया गया है कि कैसे एक कपल एक अनाथ छोटे हाथी की देखभाल करने के लिए अपना जीवन समर्पित करते हैं, एक परिवार बनाते हैं.

आज खुशी हो रही है कि उनकी इस फिल्म को इतना बड़ा अवॉर्ड मिला है. आज वह अपने पुराने दिनों को याद कर रही हैं. साथ ही उन्होंने लोगों को संदेश दिया कि अगर आप सफलता चाहते हैं तो निरंतर प्रयास करते रहें. सफलता एक ना एक दिन जरूर आपके हाथ लगेगी. लेकिन आप निराश ना हो और अपने काम के प्रति लगाव रखें. उसे सच्ची ईमानदारी के साथ करें तो सफलता जरूर हाथ आएगी.

“ऑल दैट ब्रीथ्स” के प्रोड्यूसर शौनक सेन ने बताया कि आज उन्हें काफी खुशी है कि जिस स्कूल में उन्होंने पढ़ाई की है, वहां आज उन्हें सम्मानित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि उन्हें इस मूवी को बनाने के लिए तीन साल का वक्त लगा. उनकी मूवी ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई लेकिन गोल्डन आई अवार्ड जीतने में कामयाब रही. आगे भी वह अपने प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं

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ऑस्कर विजेता 'द एलिफेंट व्हिस्पर्स' की प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा ने बयां की अपने संघर्ष की दास्तां

नई दिल्ली: बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म का ऑस्कर अवार्ड जीतने वाली 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' की प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा शनिवार को ब्लू बेल स्कूल पहुंची जहां उन्हें सम्मानित किया गया. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई दिल्ली के ब्लू बेल स्कूल से की थी. ऑस्कर विजेता गुनीत मोंगा ने RRR मूवी के फेमस सॉन्ग नाटू-नाटू पर जमकर डांस किया. आपको बता दें कि भारत की शार्ट फिल्म 'द एलिफेंट व्हिस्पर्स' ने बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म का ऑस्कर अवार्ड जीता है. उनके साथ ही ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई और गोल्डन आई अवार्ड जीतने वाली फ़िल्म “ऑल दैट ब्रीथ्स” के प्रोड्यूसर शौनक सैन को भी सम्मानित किया गया. शौनक भी ब्लू बेल स्कूल के छात्र रहे हैं.

इस दौरान ईटीवी संवाददाता निखिल कुमार से बात करते हुए उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों की कहानी बयां की. उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि वह पनीर बेचती थीं. लेकिन असल में उन्होंने कभी पनीर नहीं बेचा, हां उन्होंने चीज़ का स्टॉल जरूर लगाया था. पता नहीं किस तरह से मीडिया में ऐसी खबरें चलीं. कहा कि उन्हें इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की. इससे पहले भी उन्होंने कई बड़े अवॉर्ड जीते हैं लेकिन ऑस्कर एक बहुत बड़ा अवार्ड होता है.

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उन्होंने बताया कि चीज़ बेचने के बाद उन्होंने पीवीआर में एक एनाउंसर के रूप में काम किया. इसके अलावा उन्होंने डीजे और एंकरिंग भी की. अपने पुराने दिनों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि जब वह कॉलेज जाती थीं तो फिल्मों में काम करने के लिए मुंबई के हर स्टूडियो में पहुंचने लगी थी. उन्होंने को-ऑर्डिनेटर से लेकर प्रोडक्शन मैनेजर तक का काम किया. उन्होंने कहा कि आज दिल्ली आकर काफी अच्छा लगा. पुराने दोस्त, पुराने साथी, पुराने टीचर्स आज सभी यहां एकत्रित हुए हैं. सभी का यहां पर प्यार मिला और सबसे मिलकर बहुत खुशी हुई. खास कर जब हम कोई बड़ा काम करके आते हैं तो खुशी दुगनी हो जाती है.

ईटीवी भारत से बात करते हुए उन्होंने बताया कि इस फिल्म को बनाने में कई साल लग गए. इस शॉर्ट फिल्म की कहानी की बात करें तो ये साउथ के कपल बोम्मन और बेली तथा रघु नाम के बेबी एलिफेंट के ऊपर बनाई गई है. कहानी में दिखाया गया है कि कैसे एक कपल एक अनाथ छोटे हाथी की देखभाल करने के लिए अपना जीवन समर्पित करते हैं, एक परिवार बनाते हैं.

आज खुशी हो रही है कि उनकी इस फिल्म को इतना बड़ा अवॉर्ड मिला है. आज वह अपने पुराने दिनों को याद कर रही हैं. साथ ही उन्होंने लोगों को संदेश दिया कि अगर आप सफलता चाहते हैं तो निरंतर प्रयास करते रहें. सफलता एक ना एक दिन जरूर आपके हाथ लगेगी. लेकिन आप निराश ना हो और अपने काम के प्रति लगाव रखें. उसे सच्ची ईमानदारी के साथ करें तो सफलता जरूर हाथ आएगी.

“ऑल दैट ब्रीथ्स” के प्रोड्यूसर शौनक सेन ने बताया कि आज उन्हें काफी खुशी है कि जिस स्कूल में उन्होंने पढ़ाई की है, वहां आज उन्हें सम्मानित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि उन्हें इस मूवी को बनाने के लिए तीन साल का वक्त लगा. उनकी मूवी ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हुई लेकिन गोल्डन आई अवार्ड जीतने में कामयाब रही. आगे भी वह अपने प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं

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