नई दिल्ली: करवा चौथ का त्योहार इस साल 4 नवंबर को मनाया जा रहा है. इस त्योहार को लेकर महिलाएं काफी उत्साहित रहती हैं. शादीशुदा महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं, जिसमें मेहंदी का खास महत्व होता है. करवा चौथ की मेहंदी के बिना ये श्रृंगार अधूरा माना जाता है.
दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के पास मेहंदी बाजार में हजारों की तादाद में महिलाएं मेहंदी लगवाने के लिए पहुंचती हैं. इस मेहंदी बाजार में हर साल महिलाओं का मेला सा लग जाता था, लेकिन इस साल ऐसा नहीं है. कोरोना की वजह से इस बार बाजार में रौनक नहीं है और काफी बदलाव देखने को मिल रहा है.
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कोरोना काल में ऑनलाइन बुकिंग
कनॉट प्लेस के मेहंदी बाजार में पिछले करीब 35 सालों से मेहंदी लगा रही कारीगर मंजली ने बताया कि इस साल महिलाओं की ऑनलाइन बुकिंग ज्यादा आ रही है. घर पर मेहंदी लगवाने के लिए महिलाएं बुकिंग कर रही हैं. कई कारीगर तो ऑनलाइन अपॉइंटमेंट भी दे रहे हैं, ताकि भीड़ इकट्ठा ना हो.
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कोरोना संक्रमण को देखते हुए हैंड सैनिटाइजर और मास्क का इस्तेमाल किया जा रहा है. मेंहदी बाजार में कारीगरों ने अपने पास थर्मल स्कैनर्स भी रखे हैं.
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मेहंदी लगाने वाली कारीगर शकुंतला ने बताया-
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हम थर्मल स्कैनिंग की मशीन, हैंड सैनिटाइजर और मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं. बावजूद इसके बहुत कम लोग हैं, जो मेहंदी लगवाने के लिए आ रहे हैं. करवाचौथ से 3 दिन पहले तक काफी भीड़ रहती थी. हम दिन रात मेहंदी लगाते थे, लेकिन अब पूरे दिन में एक या दो कस्टमर भी काफी मुश्किल से आ रहे हैं.
मेहंदी के साथ सैनिटाइजर भी
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करवा चौथ के चलते कुछ महिलाएं यहां मेहंदी लगवाने के लिए पहुंची. जिनमें से दिल्ली के आराम बाग से आई विशाखा ने कहा कि साल में एक बार आने वाला ये महिलाओं का सबसे बड़ा त्योहार है और मेहंदी लगाना सबसे जरूरी होता है. इसलिए हम मेहंदी लगवाने के लिए यहां पहुंचे हैं. कोरोना के चलते हम सावधानियां भी बरत रहे हैं और साथ में सैनिटाइजर लेकर आए हैं.