नई दिल्ली: विधानसभा का एक दिवसीय मानसून सत्र आज दोपहर 2 बजे से शुरू होगा. इसमें कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए दिल्ली मॉडल पर चर्चा होगी. तो सत्र के दौरान भी सावधानियां बरतने के लिए कई उपाय किए गए हैं.
बता दें कि पहली बार विधानसभा के जिस सेंटर हॉल में सदन की बैठक होती है. वहां मौजूदा बैठने के इंतजाम के अलावा भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए विधायकों के बैठने के लिए अतिरिक्त कुर्सियां लगाई जाएंगी.
विधायकों के बैठने के इंतजाम में फेरबदल
दिल्ली में कोरोना संक्रमण तेज होने पर दिल्ली सरकार ने कई निर्णय किए हैं. जिस पर सदन में चर्चा होगी. कोरोना संक्रमण के कारण पूर्व में बैठने के इंतजाम में परिवर्तन किया गया है. लेकिन मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, नेता विपक्ष व चीफ व्हिप के लिए स्थान आरक्षित होंगे.
29 विधायकों का कोरोना टेस्ट नेगेटिव
विधानसभा की ओर से सभी विधायकों को सत्र के 48 घंटे पूर्व कोरोना जांच के आदेश दिए गए थे. विधानसभा में जिन 29 विधायकों ने टेस्ट कराया था. सभी विधायकों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
इसके साथ ही सदन में आने वाले बाकी लोगों को प्रवेश देने पर विधानसभा अध्यक्ष ने रोक लगा दी है. ऐसा कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखकर किया गया है. विधानसभा सत्र के लिए विधायकों के समेत कुल 214 लोगों का रैपिड एंटीजन टेस्ट कराया गया. जिसमें तीन व्यक्ति संक्रमित पाए गए.
सरकार को घेरने की तैयारी में विपक्ष
उधर, विपक्ष भी आम आदमी पार्टी सरकार को घेरने के लिए रेलवे ट्रैक के किनारे 48000 झुग्गियों को हटाने का मुद्दा सदन में लाएगी. इस मुद्दे पर राजनीति गर्म हो गई है. विपक्ष ने झुग्गी हटाने के मसले पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. हालांकि एक दिवसीय सत्र में कई विषयों पर पर्याप्त चर्चा के लिए मिलना मुश्किल है.
बता दें कि इससे पहले कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र 23 मार्च को बुलाया गया था. लेकिन कोरोना के चलते उत्पन्न स्थिति को देखते हुए वो सत्र भी एक दिन का ही बुलाया गया था.