नई दिल्ली: ओखला ईएसआई अस्पताल में 250 बेड है. 100 बेड और बनने का काम यहां पर चल रहा है.इसी के साथ अस्पताल के कई हिस्से पहले जर्जर हालत में पड़े हुए थे. लेकिन अब अस्पताल की छवि को सुधारा जा रहा है.साथ ही यहां पर पेंटिंग बनाकर पर्यावरण का संदेश दिया जा रहा है.इसके अलावा यहां पर कई तरह की पेंटिंग भी बना कर पर्यावरण बचाओ का संदेश दिया जा रहा है. इसके लिए यहां लगातार काम चल रहा है.
अस्पताल में जहरीली गैसों का असर
लैंडफिल साइट के होने से अस्पताल में जहरीली गैसों का असर देखने को मिलता है. इस बाबत अस्पताल प्रबंधन ने भी कई बार सरकार से लेकर आला अधिकारियों को इस बात की जानकारी लिखित में दी है, लेकिन लैंडफिल साइट पर आज भी कूड़ा डाला जा रहा है. जिसकी वजह से उसमें बनने वाली जहरीली गैसें मरीजों की सेहत पर असर पड़ रहा है. अस्पताल प्रबंधन ने निर्णय लिया कि अस्पताल के पास के एरिया में ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए जाएं. ताकि जहरीली गैसों प्रभाव है कुछ हद तक कम हो सके.
50हज़ार पौधे लगाए जा चुके हैं
अस्पताल की मेडिकल सुप्रिडेंट अंजू कुमारी ने बताया कि अभी तक 50हजार पौधे यहां पर लगाए जा चुके हैं .और यह निरंतर काम शुरू है.लैंडफिल साइट की परेशानी को देखते हुए यहां पर पौधे लगाना जरूरी हो गया था.इसलिए यहां पर काफी संख्या में पौधे और लगाए जाएंगे. साथ ही यहां पर रिनोवेशन का जो काम है वह चल रहा है इससे की अस्पताल की छवि साफ हो सके.