नई दिल्ली: दिल्ली में एक बार फिर ऑड-ईवन लागू होने जा रहा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि दिल्ली में ऑड-ईवन 4 नवंबर से लेकर 15 नवंबर तक लागू होगा.
इसके पीछे उनका तर्क है कि ऑड-ईवन लागू करने से दिल्ली में प्रदूषण कम होगा. इस मामले पर हमने दिल्ली के लोगों से बातचीत की और जाना कि ऑड इवन लागू होने से क्या वाकई प्रदूषण में कमी आएगी.
'ऑड-ईवन से होगा फायदा'
ज्यादातर दिल्ली वासियों का कहना है कि ऑड-ईवन लागू करना एक अच्छा कदम है. दिल्ली में ऑड-ईवन लागू होने से लोग ज्यादा से ज्यादा लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करेंगे, जिसकी वजह से दिल्ली की सड़कों पर कम गाड़ियां आएंगी तो प्रदूषण में भी कमी आएगी.
हालांकि कुछ लोगों का कहना था कि कुछ परेशानियां तो बढ़ेंगी लेकिन फिर भी ठीक है. क्योंकि प्रदूषण को कम करने के लिए ये जरूरी कदम है.
प्रदूषण से निपटने में कारगर
दरअसल नवंबर, दिसंबर महीने में दिल्ली में प्रदूषण का असर ज्यादा होता है. इस दौरान ही दीवाली भी होती है, जिसमें पटाखे जलते हैं और पंजाब में पराली जलाई जाती है. जिसका असर दिल्ली पर खासा पड़ता है. इसी के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने ऐलान किया है कि नवम्बर में ऑड-ईवन लागू करेंगे ताकि बढ़ते हुए प्रदूषण पर रोक लगाई जा सके