नई दिल्ली : एनएसयूआई ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय के बाहर छात्र विरोधी नीतियों को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. बता दें कि एनएसयूआई ने 6 महीने के लिए फीस माफी और कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए आयोजित होने वाली सभी परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग की है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के खिलाफ नारेबाजी की.
सरकार मानवता दिखाते हुए फीस माफ करे
प्रदर्शन कर रहे राष्ट्रीय महासचिव नागेश करिअप्पा ने कहा कि इस समय पूरा विश्व कोरोना संक्रमण से पीड़ित है. जहां आम आदमी अपनी रोजी-रोटी के लिए हर रोज संघर्ष कर रहे हैं वहां सरकार छात्रों को लाखों में फीस भरने के लिए मजबूर कर रही है.
साथ ही उन्होंने कहा कि इस परिस्थिति को देखते हुए इस समय सरकार को मानवता दिखाते हुए 6 माह की फीस माफ कर देनी चाहिए. एहतियात के तौर पर आगामी सभी परीक्षाएं भी स्थगित कर देनी चाहिए. एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव लोकेश चुग ने इस दौरान यह चेतावनी दी कि यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानेगी तो छात्रों को भी एकजुट होकर विरोधात्मक रवैया अपनाना पड़ेगा.