नई दिल्लीः पहाड़गंज इलाके से एक एनआरआई को सोनीपत ले जाकर उनकी हत्या कर दी गई. हत्या का आरोप एनआरआई कारोबारी की घरेलू सहायिका, उसके पति एवं अन्य लोगों पर है. इस मामले में घरेलू सहायिका के पति अशोक को पहाड़गंज पुलिस ने पकड़कर सोनीपत पुलिस के हवाले कर दिया है. जबकि घरेलू सहायिका सहित कुछ अन्य आरोपी फरार हैं.
रुपयों के लेन-देन की वजह से हत्याकांड को अंजाम देने की बात सामने आई है. जानकारी के अनुसार लंदन में कारोबार करने वाले एनआरआई राजेंद्र कुमार कुछ महीने पहले भारत आए थे. 65 वर्षीय राजेंद्र कुमार का पहाड़गंज स्थित चुना मंडी में फ्लैट है. उनका एक भाई दिल्ली जबकि दूसरा नोएडा में रहता है.
राजेंद्र साल में एक बार घूमने के लिए दिल्ली आया करते थे. इस बार भी वह भारत आए, लेकिन लॉकडाउन के चलते वापस नहीं जा सके. उनके पहाड़गंज स्थित फ्लैट पर बीते 3 साल से हेमा नाम की घरेलू सहायिका का काम कर रही थी. उसने मालिक से छह लाख रुपए उधार लिए थे. इस बार जब राजेंद्र लंदन से आए, तो यहां रहने के दौरान उन्होंने हेमा से अपने रुपए मांगे. इसे लेकर वह परेशान रहने लगी.
साजिश के तहत सोनीपत ले जाकर हत्या
हेमा ने यह बात अपने पति को बताई. इसके बाद साजिश के तहत बीते 23 जून को उन्हें रुपए वापस करने के बहाने सोनीपत ले गई. वहां उसने अपने पति अशोक व अन्य परिचितों के साथ मिलकर राजेंद्र की गला दबाकर हत्या कर दी.
हत्या के बाद उनके शव को नाले में फेंक दिया गया था. स्थानीय पुलिस को 24 जून को कारोबारी का शव मिला था, लेकिन उनकी पहचान नहीं हो सकी. इसके चलते पुलिस ने लावारिस मानते हुए शव का अंतिम संस्कार कर दिया था.
भाई की शिकायत के बाद खुला मामला
इधर राजेंद्र के लापता होने पर नोएडा में रहने वाले उनके भाई नरेंद्र कुमार ने बीते 1 जुलाई को पहाड़गंज थाना पुलिस को गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई. रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस टीम ने छानबीन के दौरान सबसे पहले हेमा के बारे में जानकारी जुटाई. पता चला कि वह लापता है.
छानबीन करते हुए पुलिस टीम ने उसके पति अशोक को पकड़ लिया. उसने पुलिस को बताया कि वह सोनीपत में राजेंद्र की हत्या कर चुके हैं. वहां की पुलिस ने शव मिलने की पुष्टि भी की है. पहाड़गंज पुलिस ने आरोपी अशोक को सोनीपत पुलिस को सौंप दिया है.