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North MCD : वित्तीय हालातों पर होगा नए वजीर का ध्यान, फंड को लेकर जारी रहेगी लड़ाई

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Published : Jul 14, 2021, 11:00 PM IST

नॉर्थ एमसीडी (North MCD) में नए वजीर 16 जुलाई को पदभार संभालेंगे. उनकी प्राथमिकता निगम के आर्थिक हालातों के साथ वेतन की समस्या को दूर करना होगी. कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने के साथ नए शिक्षकों की नियुक्ति को वरीयता दी जाएगी. इसके साथ ही हर एक समस्या का समाधान करने का प्रयास रहेगा.

North MCD's new chairman Jogiram Jain will take over on July 16
जोगीराम जैन

नई दिल्ली : वर्तमान समय में खराब आर्थिक स्थिति से गुजर रही नॉर्थ एमसीडी के कर्मचारियों को अभी भी समय पर वेतन नहीं मिल रहा है. यहां तक कि ग्रुप ए बी सी के कर्मचारियों की बात की जाए तो सभी कर्मचारियों का 2 महीने का वेतन बकाया है. इस बीच अब नॉर्थ एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी में नए वजीर यानी कि चेयरमैन अपना पदभार ग्रहण करने जा रहे हैं. भाजपा शासित नगर निगम ने अपने शासनकाल के अंतिम साल में स्टैंडिंग चेयरमैन की जिम्मेदारी पार्टी के पुराने कार्यकर्ता जोगीराम जैन को दी है, जो पिछले 3 साल से केशवपुरम जोन के चेयरमैन है.


Jogiram Jain के बारे में बात की जाए तो 1970 में जोगीराम जैन नगर निगम के विद्यालय में शिक्षक के तौर पर कार्यरत थे. जिसके बाद उन्होंने 1987 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ज्वाइन किया, जहां उनकी मुलाकात दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ साहिब सिंह वर्मा से हुई और उसके बाद साहिब सिंह वर्मा के कहने पर जोगीराम जन 1992 में सक्रिय राजनीति में आ गए.

वित्तिय हालातों पर होगा नए वजीर का ध्यान
Jogiram Jain ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत ब्लॉक स्तर पर मंडल कोषाध्यक्ष और फिर मंडल अध्यक्ष के तौर पर की थी, जिसके बाद वह लगातार पार्टी से जुड़े रहे और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करते रहे. 2017 में उन्होंने अपना पहला नगर निगम चुनाव लड़ा, जिसमें उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 2800 से ज्यादा वोटों से हराया था. 2017 में पहली बार पार्षद चुनकर आने के बाद जोगीराम जैन को भाजपा शासित नगर निगम के कार्यकाल के पहले साल में जहां शिक्षा समिति का अध्यक्ष बनाया गया. वहीं अगले 3 साल लगातार जोगीराम जैन केशवपुरम जोन के चेयरमैन रहे. जोगीराम जैन शांत स्वभाव के एक सुलझे हुए राजनीतिज्ञ हैं, जो अपनी बातों को सदन में पिछले 4 सालों में शांत तरीके से रखते हुए नजर आए हैं. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान जोगीराम जैन ने कहा कि निगम के आर्थिक हालातों को ठीक करना उनकी प्राथमिकता रहेगी. साथ ही निगम कर्मचारियों को समय पर वेतन मिले इसके लिए मैं अपनी तरफ से हर संभव प्रयास करूंगा. निगम अधिकारियों के साथ लगातार पिछले कुछ दिनों में हुई बैठकों में एक्शन प्लान तैयार कर लिए गए हैं, जिसके तहत अब निगम की खाली पड़ी कुछ संपत्तियों को न सिर्फ लीज पर दिया जा सकता है, बल्कि कुछ साल पहले निगम के द्वारा स्थापित की गई पुरानी दिल्ली के क्षेत्र में मार्केट जिनका अभी तक कोई खरीददार नहीं मिला है. उन्हें भी दोबारा लीज पर देने की तैयारी की जा रही है. साथ ही साथ निगम का राजस्व कैसे बढ़ाया जाए इसको लेकर भी कई नई नीतियां लाई जा सकती हैं.


मार्च महीने से अब तक नॉर्थ एमसीडी में स्टैंडिंग कमेटी की बैठक नहीं हुई है. जिसकी वजह से कई महत्वपूर्ण एजेंडे लटके हुए हैं.16 जुलाई को पदभार ग्रहण करने के बाद स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में इन सभी महत्वपूर्ण प्रस्तावों को पास करने को लेकर कार्रवाई आगे बढ़ाई जा सकती है. इन सभी प्रस्तावों के तहत ना सिर्फ निगम के राजस्व को बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा बल्कि अगले साल होने वाले दिल्ली नगर निगम के मुख्य चुनाव से पहले आर्थिक स्तिथि ठीक करने का हर संभव प्रयास करने की कोशिश रहेगी ताकि चुनावों में भाजपा शासित नगर निगम जनता के बीच में अपने कामों को लेकर जा सके.

जोगीराम जैन, पार्षद

हालांकि निगम वित्तीय संकट से जूझ रही है, लेकिन जोगीराम जैन ने यह बात भी कही कि हर निगम पार्षदों को अपने क्षेत्र में विकास कार्य के लिए इस वर्ष किसी भी तरीके से कुछ न कुछ निगम के द्वारा फंड जरूर जारी दिया जाएगा. ताकि जनता को सुविधा हो सके और क्षेत्र में विकास कार्य हो सके.

निगम की वित्तीय बदहाली का एक बड़ा कारण दिल्ली सरकार के द्वारा निगम के हक का फंड समय पर जारी न किया जाना और जबरन फंड को रोका जाना भी है, जिसको लेकर जोगीराम जैन ने कहा कि वह फंड के मामले पर न सिर्फ दिल्ली सरकार से बातचीत करेंगे बल्कि प्रयास भी करेंगे कि दिल्ली सरकार के द्वारा निगम को उसके हक का फंड समय पर जारी किया जाए.

ये भी पढ़ें-North MCD संपत्ति कर कैंप से हो रहा लाभ, 20% तक की छूट का उठाएं फायदा

Jogiram Jain ने कहा कि वह दिल्ली सरकार से अपील करते हैं कि वह निगम को अपने छोटे भाई की तरह समझे और उसकी सहायता करें ताकि राजधानी दिल्ली के लोगों को सभी सुविधाएं नगर निगम की तरफ से भलीभांति तरीके से मिल सके और निगम का फंड समय पर जारी करें.


ये भी पढ़ें-North MCD: लार्वा पाए जाने पर 11,854 नोटिस जारी- छैल बिहारी गोस्वामी

बता दें कि नॉर्थ एमसीडी के नए वजीर Jogiram Jain ने बातचीत के दौरान यह स्पष्ट कर दिया है कि निगम की सभी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द करने का उनका प्रयास रहेगा. चाहें वह शिक्षकों की नियुक्ति हो, कर्मचारियों का वेतन, सफाई कर्मचारियों को पक्का करना. निगम के वित्तीय हालातों को सुधारना उनकी प्राथमिकता रहेगी, जिसके लिए अगले आने वाले दिनों में पदभार ग्रहण करने के बाद निगम कुछ महत्व और बड़े निर्णय लेने जा रही है. साथ ही कुछ जरूरी एजेंडे भी इस संबंध में स्टैंडिंग कमेटी में पास किए जाएंगे, जिससे कि निगम की आर्थिक स्थिति को सुधारने के साथ-साथ राजस्व को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी.

ये भी पढ़ें-अब पार्किंग समस्या से निजात: 2 नई पार्किंग का निर्माण करा रही North MCD

नई दिल्ली : वर्तमान समय में खराब आर्थिक स्थिति से गुजर रही नॉर्थ एमसीडी के कर्मचारियों को अभी भी समय पर वेतन नहीं मिल रहा है. यहां तक कि ग्रुप ए बी सी के कर्मचारियों की बात की जाए तो सभी कर्मचारियों का 2 महीने का वेतन बकाया है. इस बीच अब नॉर्थ एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी में नए वजीर यानी कि चेयरमैन अपना पदभार ग्रहण करने जा रहे हैं. भाजपा शासित नगर निगम ने अपने शासनकाल के अंतिम साल में स्टैंडिंग चेयरमैन की जिम्मेदारी पार्टी के पुराने कार्यकर्ता जोगीराम जैन को दी है, जो पिछले 3 साल से केशवपुरम जोन के चेयरमैन है.


Jogiram Jain के बारे में बात की जाए तो 1970 में जोगीराम जैन नगर निगम के विद्यालय में शिक्षक के तौर पर कार्यरत थे. जिसके बाद उन्होंने 1987 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ज्वाइन किया, जहां उनकी मुलाकात दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ साहिब सिंह वर्मा से हुई और उसके बाद साहिब सिंह वर्मा के कहने पर जोगीराम जन 1992 में सक्रिय राजनीति में आ गए.

वित्तिय हालातों पर होगा नए वजीर का ध्यान
Jogiram Jain ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत ब्लॉक स्तर पर मंडल कोषाध्यक्ष और फिर मंडल अध्यक्ष के तौर पर की थी, जिसके बाद वह लगातार पार्टी से जुड़े रहे और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करते रहे. 2017 में उन्होंने अपना पहला नगर निगम चुनाव लड़ा, जिसमें उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 2800 से ज्यादा वोटों से हराया था. 2017 में पहली बार पार्षद चुनकर आने के बाद जोगीराम जैन को भाजपा शासित नगर निगम के कार्यकाल के पहले साल में जहां शिक्षा समिति का अध्यक्ष बनाया गया. वहीं अगले 3 साल लगातार जोगीराम जैन केशवपुरम जोन के चेयरमैन रहे. जोगीराम जैन शांत स्वभाव के एक सुलझे हुए राजनीतिज्ञ हैं, जो अपनी बातों को सदन में पिछले 4 सालों में शांत तरीके से रखते हुए नजर आए हैं. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान जोगीराम जैन ने कहा कि निगम के आर्थिक हालातों को ठीक करना उनकी प्राथमिकता रहेगी. साथ ही निगम कर्मचारियों को समय पर वेतन मिले इसके लिए मैं अपनी तरफ से हर संभव प्रयास करूंगा. निगम अधिकारियों के साथ लगातार पिछले कुछ दिनों में हुई बैठकों में एक्शन प्लान तैयार कर लिए गए हैं, जिसके तहत अब निगम की खाली पड़ी कुछ संपत्तियों को न सिर्फ लीज पर दिया जा सकता है, बल्कि कुछ साल पहले निगम के द्वारा स्थापित की गई पुरानी दिल्ली के क्षेत्र में मार्केट जिनका अभी तक कोई खरीददार नहीं मिला है. उन्हें भी दोबारा लीज पर देने की तैयारी की जा रही है. साथ ही साथ निगम का राजस्व कैसे बढ़ाया जाए इसको लेकर भी कई नई नीतियां लाई जा सकती हैं.


मार्च महीने से अब तक नॉर्थ एमसीडी में स्टैंडिंग कमेटी की बैठक नहीं हुई है. जिसकी वजह से कई महत्वपूर्ण एजेंडे लटके हुए हैं.16 जुलाई को पदभार ग्रहण करने के बाद स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में इन सभी महत्वपूर्ण प्रस्तावों को पास करने को लेकर कार्रवाई आगे बढ़ाई जा सकती है. इन सभी प्रस्तावों के तहत ना सिर्फ निगम के राजस्व को बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा बल्कि अगले साल होने वाले दिल्ली नगर निगम के मुख्य चुनाव से पहले आर्थिक स्तिथि ठीक करने का हर संभव प्रयास करने की कोशिश रहेगी ताकि चुनावों में भाजपा शासित नगर निगम जनता के बीच में अपने कामों को लेकर जा सके.

जोगीराम जैन, पार्षद

हालांकि निगम वित्तीय संकट से जूझ रही है, लेकिन जोगीराम जैन ने यह बात भी कही कि हर निगम पार्षदों को अपने क्षेत्र में विकास कार्य के लिए इस वर्ष किसी भी तरीके से कुछ न कुछ निगम के द्वारा फंड जरूर जारी दिया जाएगा. ताकि जनता को सुविधा हो सके और क्षेत्र में विकास कार्य हो सके.

निगम की वित्तीय बदहाली का एक बड़ा कारण दिल्ली सरकार के द्वारा निगम के हक का फंड समय पर जारी न किया जाना और जबरन फंड को रोका जाना भी है, जिसको लेकर जोगीराम जैन ने कहा कि वह फंड के मामले पर न सिर्फ दिल्ली सरकार से बातचीत करेंगे बल्कि प्रयास भी करेंगे कि दिल्ली सरकार के द्वारा निगम को उसके हक का फंड समय पर जारी किया जाए.

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Jogiram Jain ने कहा कि वह दिल्ली सरकार से अपील करते हैं कि वह निगम को अपने छोटे भाई की तरह समझे और उसकी सहायता करें ताकि राजधानी दिल्ली के लोगों को सभी सुविधाएं नगर निगम की तरफ से भलीभांति तरीके से मिल सके और निगम का फंड समय पर जारी करें.


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बता दें कि नॉर्थ एमसीडी के नए वजीर Jogiram Jain ने बातचीत के दौरान यह स्पष्ट कर दिया है कि निगम की सभी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द करने का उनका प्रयास रहेगा. चाहें वह शिक्षकों की नियुक्ति हो, कर्मचारियों का वेतन, सफाई कर्मचारियों को पक्का करना. निगम के वित्तीय हालातों को सुधारना उनकी प्राथमिकता रहेगी, जिसके लिए अगले आने वाले दिनों में पदभार ग्रहण करने के बाद निगम कुछ महत्व और बड़े निर्णय लेने जा रही है. साथ ही कुछ जरूरी एजेंडे भी इस संबंध में स्टैंडिंग कमेटी में पास किए जाएंगे, जिससे कि निगम की आर्थिक स्थिति को सुधारने के साथ-साथ राजस्व को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी.

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