नई दिल्ली/नोएडा: ईडी की कार्रवाई के बाद महादेव गेमिंग ऐप पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. नोएडा में भी इस ऐप के जरिए फ्रॉड का रैकेट चल रहा था. सेक्टर 39 थाना पुलिस ने 7 फरवरी को इस रैकेट का खुलासा किया था. मामले में 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. शनिवार को कमिश्नरेट पुलिस ने इन अरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर लगा दिया है. इस कार्रवाई के तहत पुलिस इनकी संपत्तियों के बारे में पता करेगी. धोखाधड़ी से कमाई गई इन संपत्तियों को कुर्क किया जाएगा.
पुलिस टीम ने कोठी से झांसी निवासी तरूण लखेड़ा, राहुल, अभिषेक प्रजापति, आकाश साहू, हिमांशु, अनुराग वर्मा, विवेक, दीपक कुमार, विशाल शर्मा, रावत, दिव्य प्रकाश, हर्षित चौरसिया, अक्षय तिवारी, नीरज गुप्ता, आकाश जोगी और दीपक को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में सामने आया कि आरोपी यहां पिछले डेढ़ महीने से सट्टेबाजी का रैकेट चला रहे थे. गैंग में दूसरे आरोपी जो पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े, उनकी लोकेशन दुबई, बांग्लादेश, थाईलैंड समेत 11 देशों में अलग-अलग मिली. पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों को आगे की कार्रवाई के लिए पत्र भी भेजा था.
दो नाम जांच में आए थे सामने: एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि महादेव ऐप के संचालक सौरभ व एक अन्य नाम भी सामने आया. इस एंगल पर भी जांच की जा रही है. गिरफ्तार 18 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है. अब इन आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाया गया है.
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दुबई से सौरभ चला रहा था रैकेट: पुलिस की पूछताछ में सामने आया था कि ठगी का पूरा रैकेट महादेव ऐप के जरिए चल रहा था. यह ऐप सौरभ चलवा रहा था. सौरभ अपने ऐप से सट्टेबाजी का रैकेट चलवाने के लिए अलग-अलग शहरों के लिए फ्रेंचाइजी बांटता था. नोएडा का सरगना तरूण था. ठिकाने के तौर पर सेक्टर-108 में कोठी किराए पर ली गई थी. यहीं पूरा सेटअप तैयार किया. महादेव ऐप पर आने वाली बोलियों के डेटा को यहां ऐप की लॉग-इन आईडी से संभाला जा रहा था. जांच में सामने आया कि नोएडा से चल रहे इस रैकेट ने डेढ़ महीने में 400 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन किया है.