नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा से ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जोड़ने वाला केबल सस्पेंशन ब्रिज 'पर्थला सिग्नेचर ब्रिज' बनकर तैयार है. पर्थला खंजरपुर गोलचक्कर पर काफी जाम लगता था, इस जाम से निजात दिलाने के लिए इस सिग्नेचर ब्रिज का निर्माण किया गया है. इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 25 जून को करेंगे. इसके बाद इस ब्रिज को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा. लेकिन क्या इस पुल के खुलने से लोगों को जाम से मुक्ति मिल पायेगी?
शाहबेरी रोड पर फंस सकता है ट्रैफिक: ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, यहां से रफ्तार से गुजरने वाले वाहन आगे शाहबेरी रोड पर फंस सकते हैं. इसके लिए पीक आवर में ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए स्पेशल मैनेजमेंट तैयार किया गया है. सुबह और शाम में इस रोड पर काफी ट्रैफिक रहता है, जिससे वाहन रेंगते हुए गुजरते हैं.
अधिकारियों के अनुसार, ग्रेटर नोएडा वेस्ट से नोएडा की ओर आने वाले ट्रैफिक में फ्लाईओवर खुलने के बाद कोई परेशानी नहीं होगी, लेकिन पर्थला फ्लाईओवर से ग्रेनो वेस्ट की ओर जाने वाला ट्रैफिक शाहबेरी की ओर मुड़ने वाले मार्ग पर फंस सकता है. शाहबेरी रोड पर अगर ट्रैफिक फंसता है तो इसका असर गौड़ चौक, इटैड़ा और एकमूर्ति चौक पर भी नजर आ सकता है.
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स्पेशल मैनेजमेंट तैयार: पीक आवर में ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए स्पेशल मैनेजमेंट तैयारी की गई है. गौड़ चौक से इटैड़ा और तिगरी की ओर जाने वाले वाहन अगर फंसते हैं तो एक ओर के ट्रैफिक को रोककर पुलिस मैनुअल तरीके से वाहनों को निकालेगी. जरूरत पड़ने पर बैरिकेड के भी इंतजाम भी किए जाएंगे. सड़क पर खड़े वाहनों के साथ गलत दिशा में दौड़ते वाहनों पर ट्रैफिक पुलिस विशेष निगरानी रखेगी, जिससे ट्रैफिक किसी भी तरह से प्रभावित न हो. नोएडा एक्सटेंशन के इलाके में पहले ही संकरी सड़के होने के कारण हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है. वहीं, ब्रिज के खुल जाने से ट्रैफिक का भार 2 गुना हो जाएगा और जाम की यह समस्या नोएडा से शिफ्ट होकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट में चली जाएगी.
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