नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा एनसीआर क्षेत्र की वायु गुणवत्ता काफी खराब स्थिती में है. प्रदूषण को कम करने के लिए CAQM (Commission For Air Quality Management) ने Graded Response Action Plan 4 (GRAP-IV) के प्रावधानों के अन्तर्गत नोएडा प्राधिकरण क्षेत्रों के मुख्य मार्गों पर 82 टैंकरों के माध्यम से जल का छिड़काव किया गया, जिससे सड़कों पर उड़ने वाली धूल पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सके.
नोएडा प्राधिकरण के उद्यान विभाग द्वारा 8 वाटर टैंकरों के माध्यम से 24,000 किलोमीटर लम्बाई में सेंट्रल वर्ज एवं पेड-पौधों की धुलाई की गई, जिससे पौधों की पत्तियों पर जमी धूल से होने वाले वायु प्रदूषण को कम क्रिया सके. धूल से होने वाले वायु प्रदूषण पर प्रभावी नियंत्रण हेतु नोएडा क्षेत्र में विभिन्न स्थलों पर 45 एण्टी स्मॉग गन का भी संचालन किया गया. खुले में निर्माण सामग्री रखने एवं वायु प्रदूषण सम्बंधी अन्य प्रतिबन्धों का उल्लंघन करने पर वर्क सर्किल 356, 7 एवं 10 द्वारा 47 प्रकरणों में रुपये 16,45,000 रुपये का अर्थदण्ड घोषित किया गया है.
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प्रदूषण को लेकर नोएडा प्राधिकरण द्वारा की जा रही कवायद के संबंध में ज्यादा जानकारी देते हुए प्राधिकरण के ओएसडी अविनाश त्रिपाठी ने बताया कि नोएडा में विभिन्न स्थानों कुल 378.30 टन सी एण्ड डी मलवे का उठान किया गया है, इसे निस्तारण के लिए सेक्टर-80 स्थित सी एण्ड डी प्रोसेसिंग प्लांट पर पहुंचाया गया, जिससे सी एण्ड डी गलवे से उत्सर्जित होने वाली धूल को रोका जा सके और साथ ही मलबे का वैज्ञानिक ढंग से निस्तारण किया जा सके. जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल 87 मार्गों पर लगभग 240 किलोमीटर लम्बाई में 8 मैकेनिकल से सड़कों की सफाई कराई गई. सड़कों पर छिड़काव एवं उनकी धुलाई के लिए एसटीपी के शोधित जल का उपयोग किया जा रहा है.
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