नई दिल्ली/नोएडा: गौतम बुद्ध नगर में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं आमजन को सुचारू यातायात व्यवस्था प्रदान किए जाने को लेकर बैठक हुई. यह बैठक पुलिस उपायुक्त यातायात की अध्यक्षता में हुई. इस दौरान भारी, मध्यम, हल्के माल वाहक वाहनों के आवागमन एवं नो-एंट्री को लेकर भी प्लान बनाया गया. व्यापार संगठन द्वारा नो-एंट्री प्लान के दृष्टिगत होने वाली समस्या पर चर्चा हुई. मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि सुबह और शाम नोएडा एक्सप्रेस वे पर हेवी वाहनों के आवागमन पर रोक रहेगी.
पीक आवर में नहीं चलेंगे हैवी वाहन: तमाम संगठनों के साथ हुई नो एंट्री को लेकर बैठक के संबंध में डीसीपी ट्रैफिक अनिल कुमार यादव ने बताया कि नो एंट्री को लेकर वह प्लान कर रहे हैं. उसी सन्दर्भ में आज ट्रांसपोर्टर व्यापार मंडल और इंडस्ट्री के लोगों की बैठक बुलाई गई. उन्होंने बताया कि जिस वक्त दिल्ली में नो एंट्री लगती है, उसी वक्त अब नोएडा में भी नो एंट्री लगाई जाएगी. परी चौक और अल्फा कमर्शियल एरिया में छोटे और मध्यम कैटेगरी के वाहनों को डायवर्जन के रास्ते से ले जाया जाएगा. जबकि बड़े वाहनों को उसी मार्ग से ले जाया जाएगा. अभी जो नो एंट्री का समय होगा वह सुबह 7 बजे से दिन के 11 बजे तक. जबकि, शाम में 5 बजे से लेकर रात 10 बजे तक का रहेगा. डीसीपी ने बताया कि इस पर और भी ट्रायल किए जा रहे हैं. यह नियम अभी अस्थाई रूप से है.
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एक्सप्रेस वे पर जाम से मिलेगी राहत: वाहनों की नो एंट्री के संबंध में डीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि हाईवे पर जो भी हेवी वाहन आएंगे उनको एक निर्धारित स्थान पर हाईवे से नीचे उतारा जाएगा. फिर नो एंट्री समाप्त होने के बाद उन्हें जाने की अनुमति दी जाएगी. दिल्ली में नो एंट्री होने के चलते हैवी वाहन एक्सप्रेस वे पर खड़े हो जाते हैं. इसके चलते जाम के साथ ही अन्य प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती है. उन्होंने कहा कि जो दिल्ली में नो एंट्री का समय है, वहीं नोएडा में भी लागू किया गया है. इसका लोग पालन करेंगे. एक्सप्रेस वे पर चलते समय लेन ड्राइविंग का प्रयोग जरूर करेंगे, जिनके द्वारा यह नहीं किया जाएगा. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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