नई दिल्ली: सोमवार को आई नगर निगम की साप्ताहिक रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली में वेक्टर जनित बीमारियों का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है. जबकि 23 जनवरी तक डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के बीते सालों के मामले थोड़े अलग हैं. ध्यान देने वाली बात है ये है कि गत वर्ष, इस समय तक दिल्ली में मलेरिया के कुल 4 मामले दर्ज किए जा चुके थे. मलेरिया से राजधानी में एक व्यक्ति ने अपनी जान गंवाई थी.
तीन साल की साइकल से मिलेगी मुक्ति!
डेंगू जैसी बीमारी के लिए कहा जाता है कि हर तीन साल में इसका एक साइकल बनता है और ये खतरनाक साबित होती है. साल 2017 में 10 लोगों की जान लेने वाली डेंगू बीमारी के लिए लोगों को आशंका थी कि साल 2020 में इसका असर दिख सकता है. हालांकि ये बहुत हद तक काबू में रहा. निगम में बड़े अधिकारियों की मानें तो लोगों की जागरूकता और निगम कर्मचारियों की मेहनत का ही नतीजा है कि राजधानी दिल्ली में ये बीमारियां काबू में आ पाई हैं. हालांकि अभी चैन की सांस लेने का वक्त नहीं है. उन्होंने कहा कि इन बीमारियों के आंकड़ों में बढ़ोतरी और गिरावट की असल परख बरसात का मौसम नहीं होती है और अभी इसके लिए पूरा साल पड़ा है.
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कर्मचारी घर-घर जाकर कर रहे जागरूक
गौर करने वाली बात यह भी है कि नगर निगम इस दिशा में जिम्मेदारी से कदम उठा रही है. एक तरफ जहां डीबीसी स्टाफ लगातार घरों में जाकर लोगों को जागरूक कर रहा है और बचाव के तरीके बता रहा है तो वहीं दूसरी ओर लोग भी इन बीमारियों के प्रति सजग हैं. उम्मीद की जा रही है कि 2020 में डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले में दिल्ली एक सकारात्मक रिकॉर्ड बनाए.