ETV Bharat / state

बदहाली का शिकार है AIIMS के बाहर बना रैन बसेरा, यहां रहे लोगों ने कही ये बात

सर्द रातों में गरीबों को आसरा देने की रैन बसेरों की व्यवस्था की जाती है. लेकिन दिल्ली AIIMS अस्पताल के बाहर बना रैन बसेरा बदहाल है. रैन बसेरे में लाइट और भोजन का इंतजाम नहीं है. पढ़िए रिपोर्ट.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Dec 22, 2023, 12:50 PM IST

नई दिल्ली: सर्दियों के मौसम में सरकार की तरफ से गरीब और बेघर लोगों के लिए कई योजनाएं चलाई जाती हैं. इसी योजना के तहत रैन बसेरे की व्यवस्था भी की जाती है. देश की राजधानी नई दिल्ली में सर्द हवाओं ने ठंड बढ़ा दी है. दिल्ली के सबसे बड़े अस्पतालों में से AIIMS अस्पताल के बाहर दिल्ली सरकार द्वारा बनाया गया रैन बसेरा खस्ता हाल है. केवल बड़ा टेंट लगा दिया गया है. सोने के लिए पर्याप्त संख्या में पलंग नहीं है. टेंट के अंदर बिजली भी नहीं है. यहां रह रहे यात्रियों का कहना है कि यहां भोजन भी नहीं मिलता.

गौरतलब है कि, जिन एरिया में गरीब, बेघरों की संख्या ज्यादा है. उन इलाकों में सरकार विशेष तौर पर ध्यान देती है. वहां के बेघरों को रैन बसेरे में शिफ्ट करने का इंतजाम करती है. उनके खाने-पीने से लेकर बेड और शौचालय की भी सुविधा उपलब्ध कराती है. वहीं दिल्ली एम्स की बात करें तो यहां इलाज कराने के लिए दूसरे राज्यों से हर महीने हजारों लोग पहुंचते हैं. इन्हीं में कुछ पैसों की तंगी और गरीबी के कारण खुले आसमान के नीचे रात बिताते हैं. ठंड में ऐसे लोगों के लिए सरकार रैन बसेरे की व्यवस्था करती है. लेकिन AIIMS अस्पताल के बाहर बने रैन बसेरों में पर्यप्त सुविधा नहीं है.

यह भी पढ़ें- सर्दी में दिल्ली के रैन बसेरों के जमीनी हकीकत का हाल, पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट

अपने बच्चों के इलाज के लिए बिहार के दरभंगा से पहुंचे बृजमोहन चौधरी का कहना है कि, "वह पिछले 7 दिनों से यहां ठहरे हुए हैं. रैन बसेरे में भोजन की सुविधा नहीं है. रात के समय अंधेरा रहता है कोई लाइट की व्यवस्था नहीं है. फोन चार्जिंग करने के लिए हमें पास के दुकानदारों के पास जाना पड़ता है."

उत्तर प्रदेश से एम्स अस्पताल में अपने बच्चे का इलाज कराने आए दुर्गा प्रसाद ने बताया कि, वह सात-आठ दिन से यहां पर ठहरे हुए हैं. लेकिन यहां लाइट की कोई व्यवस्था नहीं है. सुबह लोग दान करने के लिए आते हैं वह हमें खाना देकर जाते हैं."

यह भी पढ़ें- ग्रेटर नोएडा: परी चौक पर बना रैन बसेरा बना असहाय लोगों का आश्रय स्थल

नई दिल्ली: सर्दियों के मौसम में सरकार की तरफ से गरीब और बेघर लोगों के लिए कई योजनाएं चलाई जाती हैं. इसी योजना के तहत रैन बसेरे की व्यवस्था भी की जाती है. देश की राजधानी नई दिल्ली में सर्द हवाओं ने ठंड बढ़ा दी है. दिल्ली के सबसे बड़े अस्पतालों में से AIIMS अस्पताल के बाहर दिल्ली सरकार द्वारा बनाया गया रैन बसेरा खस्ता हाल है. केवल बड़ा टेंट लगा दिया गया है. सोने के लिए पर्याप्त संख्या में पलंग नहीं है. टेंट के अंदर बिजली भी नहीं है. यहां रह रहे यात्रियों का कहना है कि यहां भोजन भी नहीं मिलता.

गौरतलब है कि, जिन एरिया में गरीब, बेघरों की संख्या ज्यादा है. उन इलाकों में सरकार विशेष तौर पर ध्यान देती है. वहां के बेघरों को रैन बसेरे में शिफ्ट करने का इंतजाम करती है. उनके खाने-पीने से लेकर बेड और शौचालय की भी सुविधा उपलब्ध कराती है. वहीं दिल्ली एम्स की बात करें तो यहां इलाज कराने के लिए दूसरे राज्यों से हर महीने हजारों लोग पहुंचते हैं. इन्हीं में कुछ पैसों की तंगी और गरीबी के कारण खुले आसमान के नीचे रात बिताते हैं. ठंड में ऐसे लोगों के लिए सरकार रैन बसेरे की व्यवस्था करती है. लेकिन AIIMS अस्पताल के बाहर बने रैन बसेरों में पर्यप्त सुविधा नहीं है.

यह भी पढ़ें- सर्दी में दिल्ली के रैन बसेरों के जमीनी हकीकत का हाल, पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट

अपने बच्चों के इलाज के लिए बिहार के दरभंगा से पहुंचे बृजमोहन चौधरी का कहना है कि, "वह पिछले 7 दिनों से यहां ठहरे हुए हैं. रैन बसेरे में भोजन की सुविधा नहीं है. रात के समय अंधेरा रहता है कोई लाइट की व्यवस्था नहीं है. फोन चार्जिंग करने के लिए हमें पास के दुकानदारों के पास जाना पड़ता है."

उत्तर प्रदेश से एम्स अस्पताल में अपने बच्चे का इलाज कराने आए दुर्गा प्रसाद ने बताया कि, वह सात-आठ दिन से यहां पर ठहरे हुए हैं. लेकिन यहां लाइट की कोई व्यवस्था नहीं है. सुबह लोग दान करने के लिए आते हैं वह हमें खाना देकर जाते हैं."

यह भी पढ़ें- ग्रेटर नोएडा: परी चौक पर बना रैन बसेरा बना असहाय लोगों का आश्रय स्थल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.