नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते एक बार फिर राजधानी में बसों में यात्रा को लेकर पाबंदियों का ऐलान कर दिया गया है यानी कि एक बार फिर डीटीसी और क्लस्टर बसों में सफर के दौरान एक सीट छोड़कर बैठना होगा. दिल्ली आपदा प्रबंधन अथॉरिटी की तरफ से यह घोषणा की गई है कि सभी बसें 50 फ़ीसदी की क्षमता के साथ ही चलेगीं.
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बस में एक सीट छोड़कर बैठना होगा
राजधानी दिल्ली में लॉकडाउन-4 की घोषणा के बाद से ही डीटीसी और क्लस्टर बसें सोशल डिस्टेंस का पालन करवाते हुए चलाई जा रही थी. पिछले साल मई महीने में ही सरकार की ओर से डीटीसी और क्लस्टर बसों को 50 फ़ीसदी की क्षमता के साथ चलाया जा रहा था, लेकिन नवंबर से बसों को पूरी क्षमता के साथ चलाए जाने की अनुमति दी गई थी और फिर बसों में जितनी सीटें हैं उन सभी सीटों पर यात्री बैठकर सफर कर पा रहे थे. लेकिन एक बार फिर कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के बाद 11 अप्रैल से डीटीसी और क्लस्टर बच्चों को 50 फ़ीसदी यात्रियों के साथ चलाए जाने की घोषणा की गई है.
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11 अप्रैल से लागू हुआ नया नियम
नवंबर महीने से बसें अपनी पूरी सीटिंग कैपेसिटी के साथ चल रही थी और हर एक बस में 40 से 45 यात्री सफर कर रहे थे. लेकिन 11 अप्रैल से दिल्ली आपदा प्रबंधन अथॉरिटी की तरफ से नियमों में सख्ती की गई है. बसों में एक बार फिर यात्रियों की संख्या घटा दी गयी है. यानी कि अब 20 से 22 यात्री ही बस में यात्रा कर पाएंगे. इसके अलावा एक सीट छोड़कर बैठने का नियम लागू कर दिया गया है.