नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में यमुना ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. यमुना में पानी का जलस्तर बढ़ने से राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ के हालात अभी भी बने हुए हैं. हालांकि यमुना का जलस्तर तो कम हो रहा है, लेकिन जो जलभराव देखा जा रहा है. उसमें अभी कोई कमी नजर नहीं आ रही है. सरकार की तरफ से राहत बचाव कार्य जारी है. इसी क्रम में निगम बोध घाट के पास NDRF की टीम लोगों और गायों को रेस्क्यू कर रही है.
बता दें कि निगम बोध घाट के पास एक गुरुकुल है. गुरुकुल के अंदर से कई छात्रों को एनडीआरएफ की टीम ने बाहर निकाला है. इसी गुरुकुल के अंदर गौशाला भी है, जहां पर करीब 400 गाय रहती है. सुबह से तकरीबन 20 से 25 गाय रेस्क्यू की जा चुकी हैं. हालांकि लगातार एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू कर रही है. कुछ सामाजिक संस्थाएं भी गायों को निकालने के लिए और उनकी देखभाल करने के लिए यहां पर पहुंच चुकी है.
सामाजिक संस्था कर रहे गायों की देखभाल: यहां के लोगो का कहना है कि यहां पर सरकार की तरफ से कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. खाने-पीने को लेकर लोग परेशान हैं. पीने का पानी नहीं है. हालांकि मौके पर स्थानीय एसडीएम तो मौजूद हैं, लेकिन किसी भी प्रकार का कोई इंतजाम यहां पर नहीं दिख रहे. कुछ सामाजिक संस्थाओं के द्वारा लगातार गायों की देखभाल की जा रही है.
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सामाजिक संस्थान से जुड़े डॉ. वीरेंद्र कुमार ने बताया कि वहां पर गौ माता की सेवा करने के लिए आए हैं. उनकी टीम भी यहां पर है. उन्होंने बताया कि अभी भी 40 से 45 गाय इस बिल्डिंग में फंसी हुई हैं. उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की टीम तो मदद कर रही है, लेकिन दिल्ली सरकार से यहां पर ऐसी कोई मदद नहीं दी जा रही है. पशुओं के खाने पीने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है.
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