नई दिल्ली: अनाधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करने की प्रक्रिया की शुरुआत के साथ ही दिल्ली की विभिन्न कॉलोनियों को लेकर मांगें उठने लगीं हैं. नरेला की नई बस्ती बांकनेर को लेकर मांग उठाई गई है. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद एनडी गुप्ता ने केंद्रीय शहरी विकास मंत्री को पत्र लिखा है.
एनडी गुप्ता ने नई बस्ती बांकनेर की ग्राम सुधार समिति के अध्यक्ष का आवेदन हरदीप पुरी को प्रेषित करते हुए कहा है कि बांकनेर, पाटीदार कॉलोनी 1971 में किसानों से पक्की रजिस्ट्री द्वारा खरीदी गई जमीन पर बनाई गई थी.
उन्होंने बताया-
इस कॉलोनी को नियमित कराने की प्रक्रिया 1984 से चल रही थी. इसका नाम उन 1071 कॉलोनियों की सूची में 539वें नम्बर पर था, जिन्हें अधिकृत करने की बात कही जा रही थी.
लोग देते रहे हैं गृहकर
एनडी गुप्ता ने इस पत्र के जरिए हरदीप पुरी को ये भी बताया कि इस कॉलोनी के लोग गृहकर भी देते आ रहे हैं और इसका विद्युतीकरण भी 1987-88 में ही हो चुका है. 1999 से इन्हें पीने का पानी भी उपलब्ध कराया जा रहा है. लेकिन सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार इन जैसी कॉलोनियों के नियमितीकरण की प्रक्रिया को निरस्त कर दिया गया और नए सिरे से सूची बनाने हेतु ज्ञापन मंगाए गए.
सौंप चुके हैं जरूरी कागजात
एनडी गुप्ता ने बताया-
नए ज्ञापन के मुताबिक यहां के लोगों ने 16 अक्टूबर 2008 को सभी आवश्यक पत्रावली दिल्ली सरकार के शहरी विकास विभाग को सौंप दी थी. जब सरकार ने कॉलोनियों को नियमित करने की सूची जारी की, तो उसमें इस कॉलोनी का नाम नहीं है और इसके कारण यहां के लोग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.
इन सब तथ्यों से केंद्रीय शहरी विकास मंत्री को अवगत कराते हुए हरदीप पुरी ने उनसे अनुरोध किया है कि नियमित की जाने वाली कॉलोनियों की सूची में इस कॉलोनी का नाम भी दर्ज करें.