नई दिल्ली: जी-20 शिखर सम्मेलन के वक्त इस बार राजधानी दिल्ली लगभग तीन लाख ट्यूलिप के फूलों की खुशबू महकती नजर आएगी. जी-20 को ध्यान मे रखते हुए नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) की ओर से विशेष अभियान के तहत दिल्ली के लुटियन जोन को सजाया जा रहा है. हॉलैंड से ट्यूलिप फूलों के पौधों की विशेष खेप मंगाई (consignment of plants) गई है, ये कंप्यूटर प्रोग्राम्ड हैं, जिससे ये फूल 35 से 40 दिनों में खिलने के साथ अपनी खुशबू बिखेरेंगे.
एनडीएमसी ने शुरू कर दी है लुटियन जोन को सजाने की तैयारी: राजधानी दिल्ली में अगले साल होने वाले अंतरराष्ट्रीय जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर सेंट्रल दिल्ली यानी कि लुटियन जोन के क्षेत्र को सजाने संवारने के लिए एनडीएमसी ने सभी तैयारियां अभी से शुरू कर दी है. एनडीएमसी पहली बार लुटियन जोन के अंदर कंप्यूटर प्रोग्राम़्ड टयूलिप फ्लॉवर्स को लगाने की योजना पर काम कर रहा है. जिसके तहत करीब दो लाख ट्यूलिप पौधों के सैंपलिंग हॉलैंड से मंगाए गए हैं. एनडीएमसी हॉर्टिकल्चर विभाग अधिकारी के मुताबिक, लुटियन जोन के कई क्षेत्रों में ट्यूलिप फ्लावर पहले से ही लगाए गए हैं. लगभग 50 हजार से ज्यादा ट्यूलिप फ्लावर्स कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क, एनडीएमसी मुख्यालय, पालिका केंद्र, तालकटोरा गार्डन, विंडसर पैलेस, 11 मूर्ति, शांति पथ गोल चक्कर के पास लगाए जा चुके हैं.
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जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले हॉलैंड से जो टयूलिप फ्लावर मंगाए जा रहे हैं, वे कंप्यूटर प्रोग्राम्ड हैं ताकि उन सभी फूलों के खिलने का सही समय पता चल सके. जिससे पौधों को सही समय पर दिल्ली लाकर तब लगाया जाए जब जी 20 शिखर सम्मेलन शुरू हो.
करीब 30.6 रुपये का है एक पौधा : अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार ट्यूलिप के पौधों की सैपलिंग हॉलैंड से मंगाए गए हैं उसकी कीमत करीब 30.6 रुपये के आसपास है. आमतौर पर ट्यूलिप के फूल को खिलने में 6 से 8 हफ्ते लगते हैं. लेकिन जी-20 शिखर सम्मेलन शुरू होने में इतना समय नहीं बचा है. ऐसे में इन फूलों को आयात किया जा रहा है ताकि 35 से 40 दिन मे न सिर्फ फूल खिल सकें बल्कि ट्यूलिप के खूबसूरत फूलों की खुशबू से लुटियन जोन को महकाया जा सके.
एक खेप पहले भी आ चुकी है : ट्यूलिप के पौधों की एक खेप पहले ही भारत आ चुकी है, जिन्हें एनडीएमसी ने अपनी नर्सरी में बेहतर वातावरण में स्टोर किया है. इन पौधों को अच्छी तरह से प्रोटेक्ट करने के साथ इन्हें अलग रखा गया है. साथ ही बड़ी संख्या में ट्यूलिप के फ्लावर्स की अलग से खेप मंगाई गई है. जी-20 शिखर सम्मेलन शुरू होने के समय एक अनुमान के मुताबिक एनडीएमसी के क्षेत्र में तीन लाख से ज्यादा ट्यूलिप फ्लावर्स के पौधे एनडीएमसी लगाएगा.
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