नई दिल्ली: दिल्ली सरकार द्वारा सोमवार से जारी की गई मेट्रो में फुल सिटिंग के पहले दिन 17.5 लाख यात्रा यात्रियों द्वारा की गई है. यह आंकड़ा सोमवार सुबह से लेकर रात 8 बजे तक का बताया गया है. इस व्यवस्था से पहले आधी सिटिंग में लगभग 16 लाख यात्राएं रोज मेट्रो की विभिन्न लाइन पर की जा रही थी. DMRC ने साफ किया है कि मेट्रो में अभी खड़े होकर सफर करने की अनुमति नहीं है.
DMRC के अनुसार मेट्रो सेवा लॉक डाउन के बाद 7 जून से शुरू की गई थी. दिल्ली सरकार की तरफ से यह आदेश दिया गया था कि दिल्ली मेट्रो में आधी सीटों पर यात्री बैठकर जा सकेंगे. इसके चलते मेट्रो के प्रत्येक कोच में केवल 25 यात्रियों को बैठने की सुविधा दी गई थी.
इस आदेश के बाद से रोजाना लगभग 16 लाख यात्राएं दिल्ली मेट्रो में की जा रही थी. सोमवार से फुल सिटिंग के साथ मेट्रो परिचालन का आदेश सरकार ने दिया है. इस आदेश के बाद सोमवार को रात 8 बजे तक कुल 17.5 लाख यात्राएं मेट्रो नेटवर्क में हुई हैं. कोरोना से पूर्व मेट्रो में औसतन 50 लाख से ज्यादा यात्राएं होती थीं.
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डीएमआरसी के अनुसार दिल्ली में मेट्रो परिचालन के दौरान यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ वह एक्शन भी ले रहे हैं. ऐसे लोगों की काउंसलिंग की जाती है और उनके चालान भी किए जाते हैं. आमतौर पर रोजाना लगभग 470 यात्रियों की काउंसलिंग की जाती है और लगभग 285 चालान किए जाते हैं.
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सोमवार को भी 9 फ्लाइंग स्क्वायड द्वारा विभिन्न लाइन पर एक्शन लिया गया. इस दौरान 432 यात्रियों को मेट्रो से नीचे उतारा गया जबकि 159 यात्रियों का चालान किया गया.
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