नई दिल्ली: दिल्ली शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने 13657 पेज का पूरक आरोप पत्र दाखिल किया है. इस आरोपपत्र में 5000 पेज का पूरक आरोप पत्र है जबकि इसमें सीबीआई के आरोपपत्र के 8000 पेज शामिल किए गए हैं. इस मामले में पहले से गिरफ्तार पांच लोगों विजय नायर, शरद रेड्डी, अभिषेक बोईंपल्ली, विनय बाबू और अमित अरोड़ा को आरोपी बनाया गया है जबकि सात कंपनियों को भी ईडी ने आरोपी के तौर पर नामित किया गया है. शुक्रवार को ईडी ने राउज एवेन्यू स्थित विशेष न्यायाधीश एम. के. नागपाल की अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया था.
विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल की अदालत शनिवार को आरोप पत्र पर संज्ञान लेने की सुनवाई कर रही थी. इस दौरान ईडी ने कोर्ट को बताया कि जांच अभी जारी है. कोर्ट ने आरोप पत्र के आकार को लेकर भी टिप्पणी की है. इस आरोपपत्र में सीबीआई द्वारा दाखिल किए गए आरोपपत्र के 8000 पन्ने शामिल किए गए हैं. वहीं 5000 से ज्यादा पन्ने नए शामिल किए गए हैं, जिनमें आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग दस्तावेज भी शामिल है.
विशेष लोक अभियोजक ने बताया कि इस आरोपपत्र में 450 से भी अधिक वर्किंग पेज है, जिन्हें ईडी ने दस्तावेजों के आधार पर तैयार किया है. कोर्ट ने इस मामले में अगली तारीख 28 जनवरी की तय की है. 28 जनवरी को कोर्ट इस मामले में आरोपपत्र पर संज्ञान लेकर आरोप तय करने की प्रक्रिया शुरू कर सकता है. इससे पहले ईडी ने 1000 पन्नों का प्राथमिक आरोप पत्र दाखिल किया था जिसमें समीर महेंद्रू को आरोपी बनाया गया था.
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बता दें 17 अगस्त को सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ सीबीआई ने FIR दर्ज की थी. इस एफ आई आर में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आबकारी आयुक्त अर्व गोपी कृष्ण, आबकारी उपायुक्त आनंद तिवारी, सहायक आयुक्त पंकज भटनागर, विजय नईर (पूर्व सीईओ, मेसर्स ओनली मच लाउडर), मनोज राय (पूर्व कर्मचारी), अमनदीप ढल (निदेशक, मैसर्स ब्रिंडको सेल्स प्रा. लिमिटेड), समीर महेंद्रू (प्रबंध निदेशक, इंडोस्पिरिट ग्रुप), अमित अरोड़ा (निदेशक, मैसर्स बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड), बुद्धि रिटेल प्रा. लि., दिनेश अरोड़ा, महादेव लिकर, सनी मारवाह, अरुण रामचंद्र पिल्लई और अर्जुन पांडेय को नामजद किया गया है.