नई दिल्ली: भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए सीलमपुर मेट्रो स्टेशन पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. जिसमें दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट, जिला प्रशासन, दमकल, सीआईएसएफ, पुलिस, कैट्स एम्बुलेंस और अन्य एजेंसियों ने हिस्सा लिया. मॉक ड्रिल के दौरान अलग-अलग एजेंसियों को सीलमपुर मेट्रो स्टेशन में भूकंप आने की वजह से कई लोगों के फंसे होने की जानकारी दी गई.
उत्तर पूर्वी जिला के सीलमपुर सब डिवीजन के एसडीएम शरत कुमार ने बताया कि भूकंप जैसी आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों और अलग अलग एजेंसियों के तालमेल का जायजा लेने के लिए सीलमपुर मेट्रो स्टेशन पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. इस मौके पर ड्रिल में दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट, जिला प्रशासन, दमकल, सीआईएसएफ, पुलिस, कैट्स एम्बुलेंस, मेट्रो, स्वास्थ्य विभाग और अन्य एजेंसियों ने हिस्सा लिया. उन्होंने ने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान अलग-अलग स्कोर भूकंप से सीलमपुर मेट्रो स्टेशन में कुछ लोगों के मारे जाने और घायल होने की सूचना दी गई थी. वहीं, सूचना मिलते ही सभी एजेंसियों ने उन्हें समय पर रिस्पांस दिया और आपस में पूरा सहयोग किया. साथ ही कहा कि सभी एजेंसियों का रिस्पांस टाइम अच्छा रहा और आपसी तालमेल भी अच्छा पाया गया.
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बता दें कि बीते कुछ महीनों में दिल्ली में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं. गनीमत रही कि इनमें से किसी में भी भूकंप का केंद्र बिंदु दिल्ली नहीं रहा है. राजधानी दिल्ली भूकंप के लिए संवेदनशील है और भूकंप दिल्ली सिस्मिक जोन-4 में आता है. देश को भूकंप के लिहाज से 4 सिस्मिक जोन में बांटा गया है. इसे जोन 2, जोन 3 जोन 4 और जोन 5 के नाम से जाना जाता है. वहीं, वैज्ञानिकों के लिहाज से जोन 5 में आने वाले क्षेत्र भूकंप के लिए सबसे संवेदनशील हैं. दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्र जोन 4 में शामिल हैं. हालांकि जोन 4 भी भूकंप को लेकर संवेदनशील है.
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