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ट्रेन में अकेले सफर कर रही 3 लाख 27 हजार से अधिक महिलाओं की मददगार बनी मेरी सहेली, महिला सुरक्षा के लिए 2020 से कर रही काम

Indian railways: भारतीय रेलवे आरपीएफ द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के मद्दनेजर शुरू की गई मेरी सहेली पहल ने कई महिलाओं की मदद की है. रेलवे के आंकड़ों के हिसाब से अब तक इस टीम ने रेलवे में यात्रा कर रही 3 लाख 27 हजार से अधिक महिलाओं की मदद की है.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Oct 17, 2023, 8:37 PM IST

Updated : Oct 18, 2023, 12:27 PM IST

मेरी सहेली कर रही 3 सालों से महिलाओं की मदद

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे द्वारा ट्रेन में अकेली सफर कर रही महिलाओं की मदद के लिए आरपीएफ ने अक्टूबर 2020 में मेरी सहेली नाम से एक पहल शुरू की है. यह टीम अकेले सफर कर रही महिलाओं की सुरक्षा से लेकर सुविधा तक के लिए लिए हाजिर रहती है. दिल्ली में मेरी सहेली की छह टीमें काम करती हैं. ये टीमें नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन, आनंद विहार और गाजियाबाद समेत अन्य रेलवे स्टेशन पर रहती हैं. इसके अतिरिक्त ट्रेन के अंदर भी आरपीएफ के कर्मचारियों की ड्यूटी रहती है. वर्ष 2020 से अब तक आरपीएफ के जवानों ने 3 लाख 27 हजार से अधिक महिलाओं की मदद की है.

कैसे काम करती है टीम: आरपीएफ पेसेजंर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) से डेटा लेता है कि ट्रेन के किस सीट पर अकेली महिला यात्री या किसी बच्चे के साथ महिला सफर कर रही है. सफर के दौरान आरपीएफ की मेरी सहेली टीम जाकर उनसे जानकारी लेती है कि उन्हें सुरक्षा या सुविधा को लेकर कोई परेशानी तो नहीं है. इस तरह ट्रेन में सफर के दौरान महिलाओं की सुरक्षा पुख्ता की जा रही है. मदद के साथ आरपीएफ ने ट्रेन व रेलवे परिसर में आपात स्थिति में महिला की डिलीवरी तक कराई है. बीते 6 सितंबर को इस टीम ने आदर्श नगर रेलवे स्टेशन पर महिला को प्रसव पीड़ा होने पर महिला उप निरीक्षक राज कुमारी व स्टाफ द्वारा रात 20:40 बजे प्लेटफार्म एक पर पहुंच कर महिला को फुट ओवर ब्रिज के नीचे अन्य महिला यात्रियों के सहयोग से सुरक्षित डिलीवरी कराई.

बीते 15 अगस्त को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उपनिरीक्षक मीनाक्षी को सूचना मिली की गाड़ी संख्या 12225 में जनरल कोच में एक महिला यात्री है जो कि प्रसव पीड़ा में है. सूचना मिलने पर उक्त उपनिरीक्षक सीमा स्टाफ के साथ तुरंत मौके पर पहुंची तो ट्रेन के यात्री गंगा यादव ने बताया कि जब गाड़ी यमुना पुल के ऊपर थी, तब महिला ने एक बेटे को जन्म दिया था. महिला अकेली यात्रा कर रही थी. उक्त महिला का पति भी मौके पर प्लेटफार्म पर आया.

ये भी पढ़ें: आनंद विहार से कोटद्वार तक डायरेक्ट चलेगी ट्रेन, देखें टाइम और स्टॉपेज डिटेल्स

निश्चिंत होकर सफर कर रही महिलाएं: सीनियर डिवीजनल सिक्योरिटी कमिश्नर प्रियंका शर्मा का कहना है कि ऐसी महिलाएं जिन्हें किसी कारणवश ट्रेन में अकेले सफर करना पड़ता है उनके लिए यह टीन काफी मददगार साबित होती है. ट्रेन में मेरी सहेली की टीम उनके पास पहुंचती है और उनसे पूछती है कि कोई समस्या तो नहीं और यदि कोई समस्या होती है तो उसका समाधान किया जाता है. उन्हें किसी भी तरीके की समस्या होने पर 139 पर कॉल करने की सलाह देते हैं और बताते हैं कि आफ आपकी सुरक्षा में सदैव तात्पर्य है.

ये भी पढ़ें: Railway New Timetable : यात्रीगण कृपया ध्यान दें, भारतीय रेलवे ने जारी की नई समयसारणी

मेरी सहेली कर रही 3 सालों से महिलाओं की मदद

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे द्वारा ट्रेन में अकेली सफर कर रही महिलाओं की मदद के लिए आरपीएफ ने अक्टूबर 2020 में मेरी सहेली नाम से एक पहल शुरू की है. यह टीम अकेले सफर कर रही महिलाओं की सुरक्षा से लेकर सुविधा तक के लिए लिए हाजिर रहती है. दिल्ली में मेरी सहेली की छह टीमें काम करती हैं. ये टीमें नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन, आनंद विहार और गाजियाबाद समेत अन्य रेलवे स्टेशन पर रहती हैं. इसके अतिरिक्त ट्रेन के अंदर भी आरपीएफ के कर्मचारियों की ड्यूटी रहती है. वर्ष 2020 से अब तक आरपीएफ के जवानों ने 3 लाख 27 हजार से अधिक महिलाओं की मदद की है.

कैसे काम करती है टीम: आरपीएफ पेसेजंर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) से डेटा लेता है कि ट्रेन के किस सीट पर अकेली महिला यात्री या किसी बच्चे के साथ महिला सफर कर रही है. सफर के दौरान आरपीएफ की मेरी सहेली टीम जाकर उनसे जानकारी लेती है कि उन्हें सुरक्षा या सुविधा को लेकर कोई परेशानी तो नहीं है. इस तरह ट्रेन में सफर के दौरान महिलाओं की सुरक्षा पुख्ता की जा रही है. मदद के साथ आरपीएफ ने ट्रेन व रेलवे परिसर में आपात स्थिति में महिला की डिलीवरी तक कराई है. बीते 6 सितंबर को इस टीम ने आदर्श नगर रेलवे स्टेशन पर महिला को प्रसव पीड़ा होने पर महिला उप निरीक्षक राज कुमारी व स्टाफ द्वारा रात 20:40 बजे प्लेटफार्म एक पर पहुंच कर महिला को फुट ओवर ब्रिज के नीचे अन्य महिला यात्रियों के सहयोग से सुरक्षित डिलीवरी कराई.

बीते 15 अगस्त को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उपनिरीक्षक मीनाक्षी को सूचना मिली की गाड़ी संख्या 12225 में जनरल कोच में एक महिला यात्री है जो कि प्रसव पीड़ा में है. सूचना मिलने पर उक्त उपनिरीक्षक सीमा स्टाफ के साथ तुरंत मौके पर पहुंची तो ट्रेन के यात्री गंगा यादव ने बताया कि जब गाड़ी यमुना पुल के ऊपर थी, तब महिला ने एक बेटे को जन्म दिया था. महिला अकेली यात्रा कर रही थी. उक्त महिला का पति भी मौके पर प्लेटफार्म पर आया.

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निश्चिंत होकर सफर कर रही महिलाएं: सीनियर डिवीजनल सिक्योरिटी कमिश्नर प्रियंका शर्मा का कहना है कि ऐसी महिलाएं जिन्हें किसी कारणवश ट्रेन में अकेले सफर करना पड़ता है उनके लिए यह टीन काफी मददगार साबित होती है. ट्रेन में मेरी सहेली की टीम उनके पास पहुंचती है और उनसे पूछती है कि कोई समस्या तो नहीं और यदि कोई समस्या होती है तो उसका समाधान किया जाता है. उन्हें किसी भी तरीके की समस्या होने पर 139 पर कॉल करने की सलाह देते हैं और बताते हैं कि आफ आपकी सुरक्षा में सदैव तात्पर्य है.

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Last Updated : Oct 18, 2023, 12:27 PM IST
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