ETV Bharat / state

एक हफ्ते में डेंगू के रिकॉर्ड 111 मामले, क्या फेल हो गई डेंगू पर कंट्रोल की कोशिशें?

author img

By

Published : Oct 14, 2019, 5:38 PM IST

Updated : Oct 14, 2019, 8:26 PM IST

दिल्ली में एक हफ्ते के भीतर डेंगू के 111 मामले दर्ज किए गए हैं. जो अपने आप में एक बड़ा रिकॉर्ड है. इसके बाद जनवरी से अब तक कुल मामलों की संख्या 467 तक पहुंच गई है.

क्या फेल हो गई दिल्ली सरकार की कोशिशें?

नई दिल्ली: राजधानी में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. बीते हफ्ते डेंगू के 111 मामले दर्ज किए गए हैं. इसके बाद जनवरी से अब तक कुल मामलों की संख्या 467 तक पहुंच गई है. सोमवार को आई दिल्ली नगर निगम की साप्ताहिक रिपोर्ट में यह बताया गया कि डेंगू, मलेरिया और चिकगुनिया के मामलों में तुलनात्मक बढ़त डेंगू के मामलों में ही है.

इस दौरान मलेरिया के जहां 40 नए मामले आए हैं तो वहीं चिकनगुनिया के भी 21 नए मामले दर्ज किए गए हैं. गौर करने वाली बात ये भी है कि इस साल मलेरिया और चिकगुनिया भी 2018 की तुलना ज्यादा है.

साल 2018 में मलेरिया के कुल 473 मामले दर्ज किए गए थे. इसमें भी अक्टूबर तक की संख्या 385 तक थी. हालांकि इस साल यह आंकड़ा 459 तक पहुंच गया है. चिकनगुनिया की बात करें तो इस साल चिकनगुनिया के कुल 165 मामले दर्ज किए गए थे. इसमें भी अक्टूबर महीने तक 97 मामले आए थे. इस बार ये संख्या अभी तक 118 पहुंच चुकी है. दिल्ली नगर निगम के एक अधिकारी कहते हैं कि इन आंकड़ों से उन्हें कोई हैरानी नहीं है. मॉनसून के बाद के सीजन को बीमारियों के लिए अनुकूल मानते हैं.

बताते चलें कि इससे पहले साल 2018 में 2798 मामले दर्ज किए गए थे. इन्हीं मामलों में 4 लोगों की जान चली गई थी. राहत की बात है कि इस साल ऐसी किसी अनहोनी की खबर नहीं है. हालांकि लगातार बढ़ते मामले चिंता का विषय जरूर बने हुए हैं.

नई दिल्ली: राजधानी में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. बीते हफ्ते डेंगू के 111 मामले दर्ज किए गए हैं. इसके बाद जनवरी से अब तक कुल मामलों की संख्या 467 तक पहुंच गई है. सोमवार को आई दिल्ली नगर निगम की साप्ताहिक रिपोर्ट में यह बताया गया कि डेंगू, मलेरिया और चिकगुनिया के मामलों में तुलनात्मक बढ़त डेंगू के मामलों में ही है.

इस दौरान मलेरिया के जहां 40 नए मामले आए हैं तो वहीं चिकनगुनिया के भी 21 नए मामले दर्ज किए गए हैं. गौर करने वाली बात ये भी है कि इस साल मलेरिया और चिकगुनिया भी 2018 की तुलना ज्यादा है.

साल 2018 में मलेरिया के कुल 473 मामले दर्ज किए गए थे. इसमें भी अक्टूबर तक की संख्या 385 तक थी. हालांकि इस साल यह आंकड़ा 459 तक पहुंच गया है. चिकनगुनिया की बात करें तो इस साल चिकनगुनिया के कुल 165 मामले दर्ज किए गए थे. इसमें भी अक्टूबर महीने तक 97 मामले आए थे. इस बार ये संख्या अभी तक 118 पहुंच चुकी है. दिल्ली नगर निगम के एक अधिकारी कहते हैं कि इन आंकड़ों से उन्हें कोई हैरानी नहीं है. मॉनसून के बाद के सीजन को बीमारियों के लिए अनुकूल मानते हैं.

बताते चलें कि इससे पहले साल 2018 में 2798 मामले दर्ज किए गए थे. इन्हीं मामलों में 4 लोगों की जान चली गई थी. राहत की बात है कि इस साल ऐसी किसी अनहोनी की खबर नहीं है. हालांकि लगातार बढ़ते मामले चिंता का विषय जरूर बने हुए हैं.

Intro:नई दिल्ली:
सरकार और एजेंसियों के तमाम जागरूकता कार्यक्रमों के बावजूद दिल्ली में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. बीते हफ्ते यहां कुल 111 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इसके बाद जनवरी से अब तक कुल मामलों की संख्या 467 तक पहुंच गई है.Body:सोमवार को आई दिल्ली नगर निगम की साप्ताहिक रिपोर्ट में यह बताया गया कि डेंगू, मलेरिया और चिकगुनिया के मामलों में तुलनात्मक बढ़त डेंगू के मामलों में ही है. इस दौरान मलेरिया के जहां 40 नए मामले आए हैं तो वहीं चिकनगुनिया के भी 21 नए मामले दर्ज किए गए हैं. गौर करने वाली बात यह भी है कि इस साल मलेरिया और चिकगुनिया भी 2018 की ज्यादा है.

साल 2018 में मलेरिया के कुल 473 मामले दर्ज किए गए थे. इसमें भी अक्टूबर तक की संख्या 385 तक थी. हालांकि इस साल यह आंकड़ा 459 तक पहुंच गया है. चिकनगुनिया की बात करें तो इस साल चिकनगुनिया के कुल 165 मामले दर्ज किए गए थे. इसमें भी अक्टूबर महीने तक 97 मामले आए थे. इस बार ये संख्या अभी तक 118 पहुंच चुकी है.

दिल्ली नगर निगम के एक अधिकारी कहते हैं कि इन आंकड़ों से उन्हें कोई हैरानी नहीं है. मानसून के बाद के सीजन को वह वेस्टेज अन्य बीमारियों के लिए अनुकूल मानते हैं. वह कहती हैं कि यहां लोगों की जागरूकता अहम रोल अदा करती है और निगम इस क्रम में लगातार प्रयास कर रही हैं. Conclusion:बताते चलें कि इससे पहले साल 2018 में दिन की कुल 2798 मामले दर्ज किए गए थे. इन्हीं मामलों में 4 लोगों ने अपनी जान तक गवाई थी. राहत की बात है कि इस साल ऐसी किसी अनहोनी की खबर नहीं है. हालांकि लगातार बढ़ते मामले चिंता का विषय जरूर बने हुए हैं.
Last Updated : Oct 14, 2019, 8:26 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.