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मेयर शैली ओबेरॉय ने अधिकारियों के साथ की बैठक, बदहाल सामुदायिक केंद्र को दुरुस्त करने के दिए निर्देश

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Published : Mar 15, 2023, 8:45 PM IST

दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने बुधवार को बैठक की, जिसमें उन्होंने 169 सामुदायिक केंद्रों का रख-रखाव प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिए हैं. मेयर ने कहा कि सामुदायिक सेवा विभाग जनकल्याण के कार्यों से जुड़ा हुआ है. इन कार्यों के सुचारू संचालन के लिए फंड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी.

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नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के खस्ताहाल हो चुके सामुदायिक केंद्रों का जल्द मरम्मत कराया जाएगा. मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने नेता सदन मुकेश गोयल के साथ बैठक कर अधिकारियों को 169 सामुदायिक केंद्रों का रखरखाव प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिए हैं. मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने कहा कि लोगों को अपने घर के आसपास आसानी से सामुदायिक केंद्र की सुविधा मिलनी चाहिए. ऐसे में जल्द से जल्द बदहाल सामुदायिक केंद्रों का मरम्मत कार्य कराई जाए. साथ ही मेयर ने हरदयाल मेमोरियल पुस्तकालय को लेकर भी समीक्षा बैठक की.

डॉ. शैली ओबेरॉय ने दिल्ली नगर निगम के सामुदायिक सेवा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें अधिकारियों ने बताया कि एमसीडी के 296 सामुदायिक केंद्र, 94 वरिष्ठ नागरिक मनोरंजन केंद्र, 52 फिजिकल केंद्र/जिम, 15 स्विमिंग पूल, 5 खेल परिसर, 1 महिला हाट और 1 वर्किंग वुमन हॉस्टल शामिल है. इनमें से 169 सामुदायिक केंद्रों में मामूली मरम्मत और रखरखाव की आवश्यकता है.

इसके बाद मेयर ने कहा कि सामाजिक कार्यक्रमों में सामुदायिक केंद्रों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने कहा कि सामुदायिक सेवा विभाग जनकल्याण के कार्यों से जुड़ा है. इन कार्यों के सुचारू संचालन के लिए फंड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी, ताकि ये सभी जनकल्याण के कार्य सुचारू रूप से चलते रहें.

ये भी पढ़ेंः Adani Row: अडाणी मुद्दे पर ईडी ऑफिस तक विपक्षी सांसदों ने निकाली रैली, विजय चौक पर पुलिस ने रोका

डॉ. शैली ओबेरॉय ने अधिकारियों के साथ हरदयाल मेमोरियल पुस्तकालय की रिपोर्ट पर भी समीक्षा बैठक की. अधिकारियों ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष में निगम ने पुस्तकालय को 4 करोड़ 11 लाख रुपए का बजट प्रस्तावित किया था. इसमें से निगम ने 1 करोड़ 85 लाख रुपए जारी किए. मेयर ने अधिकारियों को पुस्तकालय के सुचारू संचालन के संबंध में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश जारी किए. उन्होंने कहा कि पुस्तकालय से संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए त्वरित कार्रवाई की जाए. जिन कर्मचारियों का वेतन करीब 2 साल से अटका हुआ है, उनकी रिपोर्ट तैयार की जाए. इसके बाद तत्काल उन्हें तनख्वाह दी जाए.

ये भी पढ़ेंः Old Liquor Policy : नई आबकारी नीति तैयार होने में लगेगा समय, छह महीने के लिए पुरानी नीति को मिला एक्सटेंशन

नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के खस्ताहाल हो चुके सामुदायिक केंद्रों का जल्द मरम्मत कराया जाएगा. मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने नेता सदन मुकेश गोयल के साथ बैठक कर अधिकारियों को 169 सामुदायिक केंद्रों का रखरखाव प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिए हैं. मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने कहा कि लोगों को अपने घर के आसपास आसानी से सामुदायिक केंद्र की सुविधा मिलनी चाहिए. ऐसे में जल्द से जल्द बदहाल सामुदायिक केंद्रों का मरम्मत कार्य कराई जाए. साथ ही मेयर ने हरदयाल मेमोरियल पुस्तकालय को लेकर भी समीक्षा बैठक की.

डॉ. शैली ओबेरॉय ने दिल्ली नगर निगम के सामुदायिक सेवा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें अधिकारियों ने बताया कि एमसीडी के 296 सामुदायिक केंद्र, 94 वरिष्ठ नागरिक मनोरंजन केंद्र, 52 फिजिकल केंद्र/जिम, 15 स्विमिंग पूल, 5 खेल परिसर, 1 महिला हाट और 1 वर्किंग वुमन हॉस्टल शामिल है. इनमें से 169 सामुदायिक केंद्रों में मामूली मरम्मत और रखरखाव की आवश्यकता है.

इसके बाद मेयर ने कहा कि सामाजिक कार्यक्रमों में सामुदायिक केंद्रों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने कहा कि सामुदायिक सेवा विभाग जनकल्याण के कार्यों से जुड़ा है. इन कार्यों के सुचारू संचालन के लिए फंड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी, ताकि ये सभी जनकल्याण के कार्य सुचारू रूप से चलते रहें.

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डॉ. शैली ओबेरॉय ने अधिकारियों के साथ हरदयाल मेमोरियल पुस्तकालय की रिपोर्ट पर भी समीक्षा बैठक की. अधिकारियों ने बताया कि पिछले वित्त वर्ष में निगम ने पुस्तकालय को 4 करोड़ 11 लाख रुपए का बजट प्रस्तावित किया था. इसमें से निगम ने 1 करोड़ 85 लाख रुपए जारी किए. मेयर ने अधिकारियों को पुस्तकालय के सुचारू संचालन के संबंध में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश जारी किए. उन्होंने कहा कि पुस्तकालय से संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए त्वरित कार्रवाई की जाए. जिन कर्मचारियों का वेतन करीब 2 साल से अटका हुआ है, उनकी रिपोर्ट तैयार की जाए. इसके बाद तत्काल उन्हें तनख्वाह दी जाए.

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