नई दिल्लीः उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर जयप्रकाश ने आम आदमी पार्टी द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली सरकार के रूप में पुरानी कहावत 'नाच ना जानें आंगन टेढ़ा‘ को साबित कर दिया है. दिल्ली सरकार कोरोना मरीज़ों के इलाज के लिए व्यवस्था का प्रबंधन करने में सक्षम नहीं है.
नॉर्थ एमसीडी मातृत्व एवं शिशु कल्याण केंद्रों में बनाए गए आइसोलेशन केंद्रों अब तक भर्ती किए गए कुल 1,33,896 कोरोना मरीजों में से 1,16,837 ठीक हो चुके हैं. अभी भी 12,624 संक्रमित आइसोलेशन केंद्रों में हैं. हिंदू राव अस्पताल में आज तक कुल भर्ती कोरोना के 674 मरीजों में से 145 मरीजों का अभी इलाज किया जा रहा हैं.
आरबीआईपीएमटी में आज तक भर्ती कुल 178 में से 24 मरीज इलाज करवा रहे हैं. वहीं, आम आदमी पार्टी कोरोना से निपटने में अपनी विफलता छिपाने के लिए कोविड जैसे मुद्दों पर भी राजनीति कर रही है.
जयप्रकाश ने कहा कि संकट के समय में स्वास्थ्य सेवाओं का प्रबंधन करने में दिल्ली सरकार पूरी तरह विफल रही है. दिल्ली वालों को इनकी नाकामी का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. इस संकट की घड़ी में ना तो दिल्ली सरकार के अस्पतालों में बेड हैं और ना ही ऑक्सीजन की व्यवस्था है.
आम आदमी पार्टी के लोग बिना तथ्यों और आंकड़ों के निगमों के ऊपर आरोप लगाने का कार्य करते हैं, ताकि ये लोग विफलताओं से नागरिकों का ध्यान भटका सकें.
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मेयर ने स्पष्ट किया कि हमने 9,000 कोरोना मरीजों को सुविधा प्रदान करके के लिए कहा था, मगर दिल्ली सरकार की अनुमति के बिना कोई सुविधा नहीं बनाई जा सकती है. आज तक दिल्ली सरकार ने हिंदू राव अस्पताल में 250, आरबीआईपीएमटी अस्पताल में 100 और बालक राम अस्पताल में 100 मरीजों के लिए सुविधा बनाने की अनुमति दी है.
दिल्ली सरकार ने कोरोना मरीज़ों के लिए और अधिक सुविधाएं बनाने की अनुमति नहीं दी, लेकिन वे कह रहे हैं कि हम मरीजों को सुविधा नहीं दे रहे हैं. महापौर ने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान में 145 मरीजों का हिंदू राव अस्पताल में इलाज चल रहा है, 10 आईसीयू व वेंटिलेटर पर हैं. अब तक 674 मरीजों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
इसी तरह आरबीआईपीएमटी में आज तक भर्ती कुल 178 में से 24 मरीज इलाज करवा रहे हैं. उपरोक्त के अलावा 12,624 मरीज मातृत्व एवं शिशु कल्याण केंद्रों में बनाए गए आइसोलेशन केंद्रों में हैं. इन होम आइसोलेशन केंद्रों में अब तक 1,33,896 मरीज भर्ती हुए, इनमें से 1,16,837 अब तक ठीक हो चुके हैं.