नई दिल्ली: दिल्ली के हैबिटेट सेंटर में 'मास्टरस्ट्रोक्स-2019 अ ग्रुप ऑफ एजुकेशन' नाम से एग्जीबिशन लगाई गई. जिसमें 5 स्कल्पचर आर्टिस्ट और 26 पेंटिंग आर्टिस्ट की कला के बेहतरीन नमूने मौजूद रहे है. एग्जीबिशन में कलाकारों के तैयार की गई पेंटिंग्स-ड्राइंग और मास्टरपीस स्कल्पचर रखे गए.
85 कलाओं की लगी एग्जीबिशन
एग्जीबिशन के आयोजक किशोर लाबर से ईटीवी भारत ने बात की उन्होंने बताया कि इस एग्जीबिशन में कई राज्यों से कलाकार आए. जिनकी बेहतरीन कलाकारी की प्रदर्शनी यहां रखी गई. इन कलाकारों में कोई मध्य प्रदेश, कोई महाराष्ट्र, यूपी से आया. ये तमाम कलाकार कई सालों से पेंटिंग और स्कल्पचर आर्टिस्ट का काम कर रहे हैं. इनके करीब 85 मास्टरपीसेज को यहां पर चुनकर लाया गया.
कलाकार की कला ही उसे मास्टर बनाती है
आयोजक किशोर लाबार से जब ईटीवी भारत ने मास्टर स्ट्रोक को लेकर सवाल किया तो उनका कहना था कि मास्टर का मतलब अधिकतर लोगों के लिए आर्टिस्ट होता है. लेकिन हमने यहां पर उसकी कला को मास्टर स्ट्रोक के रूप में चुना. एक कलाकार चाहे छोटा हो या बड़ा हो उसकी कला से ही वह मास्टर बनता है. इसलिए तमाम कलाकारों की जो बेहतरीन और सबसे ज्यादा अद्भुत कलाकृतियां हैं. उन्हीं को यहां पर प्रदर्शित किया गया. इसीलिए एग्जीबिशन का नाम मास्टर स्ट्रोक रखा गया.
प्राकृतिक रंगों को मिलाकर बनी पेंटिंग
एग्जीबिशन में अपनी कलरफुल पेंटिंग की प्रदर्शनी कर रही छाया दूबे से ईटीवी भारत ने बात की. वो मध्य प्रदेश से आई थी. उनका कहना था कि वो अधिकतर पेंटिंग कलर्स को डिफाइन करते हुए बना रही हैं. आज के समय में पीला, लाल, हरा और नीला कलर सबसे ज्यादा लुभा रहे हैं. क्योंकि यही हमारे प्राकृतिक कलर हैं और इन्हीं रंगों के इर्द-गिर्द हमारा जीवन घूमता है.
महिलाओं पर बनाई गई कई पेंटिंग
वही एक स्त्री के कितने रूप होते हैं और उसका क्या महत्व होता है. उस पर पेंटिंग कर रहे कलाकार दर्शन शर्मा से ईटीवी भारत ने बात की जिन्होंने बताया कि वो अधिकतर पेंटिंग महिलाओं पर ही बनाते हैं क्योंकि देश का और समाज का निर्माण करने वाली महिला आई है. महिला के कई रूप है और वही इस ब्रह्मांड को खूबसूरत बनाती है. उनका कहना था कि इसके लिए वो अपनी धर्मपत्नी को भी ध्यान में रखते हुए इन पेंटिंग्स का निर्माण करते हैं.