नई दिल्ली: डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा है कि कानून अपना काम कर रहा है. तिवारी ने कहा कि शराब घोटाले में न केवल मनीष सिसोदिया की संलिप्तता पाई गई है बल्कि उन्होंने सबूतों को नष्ट करने का भी काम किया है, जो इस अपराध को और भी ज्यादा संगीन बना देता है.
ये लोग खुद जांच एजेंसी और जज बन जाया करते थे, किसी ने सही कहा है अपराधी चाहे लाख बचने की कोशिश करें, साक्ष्यों को नष्ट करने की कोशिश करें, लेकिन इस देश की जांच एजेंसियां और कानून अपराधियों तक पहुंच ही जाती है. अभी इस शराब घोटाले के मास्टरमाइंड तक पहुंचना बाकी है. आपको बता दें कि दिल्ली शराब घोटाले के मामले में सीबीआई ने आज मनीष सिसोदिया को बुलाया था तकरीबन 8 घंटे तक चली पूछताछ के बाद सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया है.
दिल्ली प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता हरीश खुराना का कहना है कि डर उसी को लगता है जिसने कुछ गलत किया होता है, अगर इन्होंने गलत नहीं किया होता तो इनके मन में डर कतई नहीं होता और जिस तरह से यह पूरा घोटाला सामने आया, इसमें तो हम शुरू से ही कह रहे थे कि कुछ न कुछ गड़बड़ है. उनका डर साफ था क्योंकि उन्हें पता था कि उन्होंने गड़बड़ी की हुई है. कहीं ना कहीं उनका यह डर सही साबित हुआ है लेकिन अभी उनको काफी सारे सवालों का जवाब देना है. उन्हें यह बताना होगा कि कुछ लोगों को उन्होंने क्यों फायदा पहुंचाया? साथ ही डेढ़ महीने में उन्होंने 45 बार फोन क्यों बदला. उन्हें जवाब इस बात का भी देना होगा कि उन्होंने गोवा के अंदर 100 करोड़ रुपए क्यों लगाए. जवाब इस बात का भी देना होगा कि अगर पॉलिसी में कोई गड़बड़ी नहीं थी तो आपने पॉलिसी क्यों बदली?
उन्होंने कहा मेरा मानना है कि असली किंगपिन तो अरविंद केजरीवाल हैं. खुराना के अनुसार सरकार में वही होता है जो अरविंद केजरीवाल चाहते हैं और मनीष सिसोदिया तो सिर्फ एक मोहरा है. असली मास्टरमाइंड तो अरविंद केजरीवाल हैं. मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के पहले से ही आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच द्वंद युद्ध चल रहा है. एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी इस मामले को लेकर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहरा रही तो वहीं बीजेपी केजरीवाल पर हमला कर रही है.
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