नई दिल्ली: रकाबगंज गुरुद्वारे में बने गुरु तेग बहादुर कोविड केयर सेंटर के लिए अमिताभ बच्चन द्वारा दिए गए दो करोड़ रुपये सरदार मनजीत सिंह जीके उन्हें वापस लौटाएंगे. उन्होंने 1984 की कत्लेआम से पहले की एक कथित घटना का जिक्र करते हुए अमिताभ बच्चन को सिखों का दोषी बताया है. साथ ही कहा है कि कमेटी किसी भी सूरत में ऐसे व्यक्ति से सहायता नहीं ले सकती.
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दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और जागो पार्टी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार मनजीत सिंह जीके ने कहा है कि अमिताभ बच्चन से दिल्ली कमेटी द्वारा लिए गए 2 करोड रुपए को जागो पार्टी कमेटी की सेवा मिलते ही सबसे पहले वापस करेगी. दिल्ली सरकार के सहयोग से गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में आइसोलेशन सेंटर खोलने के नाम पर कमेटी द्वारा अमिताभ बच्चन से 2 करोड रुपए लेने का काम कौम के साथ गद्दारी है.
अमिताभ बच्चन पर लगाए कई आरोप
उन्होंने दावा किया कि 30 अक्टूबर 1984 को तीन मूर्ति भवन में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मृतक शरीर के पास खड़े होकर तब अमिताभ बच्चन ने 'खून के बदले खून' का नारा लगाया था, जिसे उस समय दूरदर्शन ने प्रसारित किया था. इसके बाद ही दिल्ली में कत्लेआम को उकसावा मिला था. उन्होंने कहा कि अमिताभ बच्चन सिखों के दोषी हैं.
जीके ने कहा कि बादल दल ने पहले गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वाले और गुरु साहिब के अमृत की नकल करने वाले पाखंडी साधु गुरमीत राम रहीम को वोटों के लालच में श्री अकाल तख्त साहिब से माफी दिलवाई थी. अब नोटों के लालच में अमिताभ बच्चन को क्लीन चिट दे दी है. जबकि अमिताभ बच्चन के खिलाफ श्री अकाल तख्त साहिब पर मामला बाकी है.
जीके ने कहा कि दिल्ली कमेटी पर काबिज लोग सिर्फ स्वयं प्रचार व आत्ममुग्धता में सही व गलत की पहचान करने के समर्थ नहीं रहे, इसलिए कमेटी की सेवा मिलते ही जागो पार्टी की ओर से पहला कदम सिखों के स्वाभिमान की रक्षा के लिए उठाया जाएगा. उन्होंने कहा कि ऐसे में अमिताभ बच्चन को उनके 2 करोड रुपए वापस दिए जाएंगे.