नई दिल्ली: जंतर मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों के समर्थन में पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया आ गए हैं. सिसोदिया ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए चिट्ठी लिखा है. उन्होंने जेल से प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखा है. उनके चिट्ठी को दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने शेयर किया है. उन्होंने लिखा कि जेल से सिसोदिया लिखते हैं प्रधानमंत्री जी- आप अपने विरोधियों को जेल भेजिए, फांसी पर लटका दीजिए. लेकिन भारत का गौरव बढ़ाने वाली बेटियों को न्याय दीजिए.
सिसोदिया ने पत्र में लिखा कि अखबारों से पता चल रहा है कि देश की महिला पहलवान जंतर-मंतर पर यौन उत्पीड़न के खिलाफ धरने पर बैठी हैं. आरोप भाजपा के एक बाहुबली सांसद पर है. प्रधानमंत्री ने इस प्रकरण से इस तरह मुंह मोड़ रखा है, मानो यह पाकिस्तान से आई हैं. सुप्रीम कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया तब जाकर FIR हुई हैं.
देश की गौरव होती हैं बेटियां: सिसोदिया ने लिखा प्रधानमंत्री हर बात पर मन की बात बताते हैं. वह पल तो सबको याद होगा जब ये पहलवान पदक जीतकर भारत आईं थीं. प्रधानमंत्री इन खिलाड़ियों को अपने परिवार की सदस्य बताया करते थे. अब उनके यौन उत्पीड़न पर चुप क्यों हैं? क्या सिर्फ इसलिए क्योंकि आरोपी उनकी पार्टी का एक बाहुबली सांसद है. उन्होंने कहा प्रधानमंत्री ने कहा था कि बेटियां देश की गौरव होती हैं. फिर, इन बेटियों ने तो सच में देश का गौरव बढ़ाया है. इन प्रतिभाशाली बेटियों की वजह से विदेशी धरती पर हमारा तिरंगा सबसे ऊपर लहराया है. इनकी वजह से विदेशी सरजमीं पर हमारा राष्ट्रगान गुंजायमान हुआ है. आज जब जंतर-मंतर पर न्याय के लिए यह आंसू बहा रही है, तो एक भारतीय होने के नाते खून खौल उठता है.
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8 साल तक संविधान का गला घोंटा: मनीष सिसोदिया प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते हुए लिखा "हम आपके राजनीतिक विरोधी है. आपने हमारे काम रोकने के लिए आठ साल तक संविधान का गला घोटा. अपनी सारी एजेंसियों को लगाकर झूठे आरोपों में जेल भेजा. आप अपने राजनीतिक विरोधियों को जेल भेजिए. फांसी लगवा दीजिए. यह आपकी राजनीति का तरीका और स्तर हो सकता है. लेकिन भारत का गौरव बढ़ाने वाली इन बेटियों को न्याय दीजिए. नहीं तो कोई भी प्रतिभाशाली बेटी फिर इस देश में किसी शक्तिशाली व्यक्ति के खिलाफ़ आवाज़ उठाने का साहस नहीं कर सकेगी."
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जेल से मनीष सिसोदिया जी लिखते हैं:
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प्रधानमंत्री जी- आप अपने विरोधियों को जेल भेजिए, फाँसी पर लटका दीजिए। लेकिन भारत का गौरव बढ़ाने वाली बेटियों को न्याय दीजिए, वरना इस देश की कोई भी बेटी अपनी आवाज़ उठाने की हिम्मत नहीं करेगी pic.twitter.com/k7WLVmo6kV
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प्रधानमंत्री जी- आप अपने विरोधियों को जेल भेजिए, फाँसी पर लटका दीजिए। लेकिन भारत का गौरव बढ़ाने वाली बेटियों को न्याय दीजिए, वरना इस देश की कोई भी बेटी अपनी आवाज़ उठाने की हिम्मत नहीं करेगी pic.twitter.com/k7WLVmo6kV
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