नई दिल्ली: एक डिलेवरी ब्वॉय के जेब से कंपनी के पैसे क्या गिरे, कंपनी वालों ने प्रताड़ना की हद पार कर दी. कंपनी के मैनेजर ने अपने साथियों के साथ उसे ऑफिस के एक कमरे में बंदकर इतनी अमानवीय यातनाएं दी गईं, जिसे सुनकर एक पल को रूह भी कांप जाए. मैनेजर व कुछ अन्य लोगों ने डिलेवरी ब्वॉय को नंगाकर करके पहले तो बुरी तरह से पीटा. जब इतने में भी आरोपियों का दिल नहीं भरा तो उन्होंने उसे बिजली का करंट लगाया. उसे ऐसी अमानवीय यातनाएं दी गईं कि अपनी जान बचाने के लिए उसने वो गलती मान ली, जो उसने की ही नहीं थी. फिर आरोपियों ने उसके हाथ-पैर बांधकर कम्पनी की डिलीवरी वैन में डाल दिया और उसे लेकर रुपये की बरामदगी के लिए निकल पड़े.
गैस स्टेशन पर शोर मचाकर बचाई जान
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पीड़ित युवक सतेन्द्र को बंधक बनाकर आरोपी रुपए बरामदगी के लिए निकले थे. महिपालपुर इलाके में स्थित एक सीएनजी पम्प पर वे सीएनजी लेने के लिए रुके थे, जहां पीड़ित युवक ने मौका देखकर शोर मचा दिया. शोर मचते ही वहां पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई, जिसे देखकर वाहन चालक को छोड़कर अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए. वहीं लोगों ने आरोपी चालक को पकड़ लिया.
पुलिस की मुस्तैदी से पकड़े गए सारे आरोपी
सीएनजी पम्प पर घटना का खुलासा होने के साथ ही मामले की सूचना स्थानीय वसंतकुंज साउथ थाने की पुलिस को दी गई. जिसके बाद वसंतकुंज साउथ थाने के एसएचओ अजय नेगी तुरंत पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने पीड़ित युवक को मुक्त कराते हुए आरोपी चालक को हिरासत में लिया. इसके बाद पुलिस ने पीड़ित के बयान के आधार पर आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 342, 365 और 34 के तहत केस दर्ज कर लिया है. वहीं आरोपी की निशानदेही पर अन्य चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. जिसमें कम्पनी के मैनेजर मुकेश, कम्पनी में काम पर लगाने वाला डीपी सिंह, विरेन्द्र सिंह और बृजेश शामिल हैं.
यह है पूरा मामला
घटना को लेकर अपने बयान में मुरादाबाद(यूपी) का रहने वाला पीड़ित सतेन्द्र ने बताया कि वह रंगपुरी इलाके में किराए पर रहता है. एक माह से राडिफाइन एक्सप्रेस नामक कम्पनी में बतौर डिलीवरी ब्वॉय काम करता है. उसकी नौकरी डीपी सिंह नामक शख्स ने लगवाई थी. 17 अक्टूबर को जब सतेन्द्र साउथ-ईस्ट इलाके विभिन्न जगहों पर सामान की सप्लाई करने के बाद 62 हजार रुपये का कलेक्शन कर लौट रहा था. इसी बीच अली एन्क्लेव में उसे पता चला कि उसकी जेब से रुपये गिर गए हैं. उसने रुपये ढूंढने की कोशिश की लेकिन रुपये नहीं मिले. जिससे परेशान होकर वह वापस ऑफिस लौटा और पूरी घटना बताई. लेकिन कंपनी मैनेजर को भरोसा नहीं हुआ और 4-5 लोगों ने उसे एक कमरे में बंदकर पूछताछ शुरू की और उसे बेरहमी से मारने लगे. इतने से भी मन नहीं भरा तो नंगा करके उसे करंट लगाया गया. अपनी जान बचाने के लिए उसने झूठ कह दिया कि अली एन्क्लेव इलाके में उसने रुपये छुपा दिए हैं. जिसके बाद उसके हाथ-पैर बांधकर उसे डिलीवरी वैन में डाल दिया गया और उसे लेकर आरोपी रुपये बरामद करने निकले. इसी बीच रास्ते में सीएनजी गैस स्टेशन पर उसने शोर मचाया, तब कहीं जाकर उसकी जान बच सकी. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.