नई दिल्ली: उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बुधवार को तीनों नगर निगमों के मेयरों के साथ बैठक की. उपराज्यपाल ने मेयर को निर्देश दिया कि वो डिजिटल इंडिया के लक्ष्य के अनुसार निगम की तरफ से दिए जाने वाले जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन सेवा को बेहतर बनाएं.
उपराज्यपाल ने कहा है कि डिजिटल इंडिया के लक्ष्य के अनुरूप ऑनलाइन प्रमाण पत्रों की उपलब्धता आज की जरूरत है. इसके लिए सरल प्रक्रिया और यूजर फ्रेंडली ऑनलाइन सेवाओं के व्यापक प्रचार की आवश्यकता है.
जिससे आम लोगों तक घर बैठे सभी सेवाएं उपलब्ध हो सकें. इस संदर्भ में उपराज्यपाल ने सभी निगमों को वर्तमान सॉफ्टवेयर को उन्नत कर उसमें अतिरिक्त सुविधाएं जैसे जन्म, प्रमाण पत्र में नाम को जोड़ने एवं उसे सुधारने की सुविधा आदि भी उपलब्ध कराने को कहा है.
'अभिभावकों को जल्द उपलब्ध कराएं जन्म प्रमाण पत्र'
उपराज्यपाल ने निगम आयुक्तों को संबंधित उप रजिस्ट्रारों के कामकाज की समीक्षा करने और अस्पतालों में भी इस तरह की सुविधा का विस्तार करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने निगम आयुक्तों को यह सुनिश्चित करने की भी सलाह दी कि अस्पताल में जन्मे बच्चों की जन्म प्रमाण पत्र की प्रथम प्रति उनके अभिभावक को डिस्चार्ज के समय निशुल्क उपलब्ध करा दी जाए.
घर बैठे सुविधाएं देने पर जोर
उपराज्यपाल ने प्रधानमंत्री के विजन 'इज ऑफ लिविंग' को प्रोत्साहन देने के लिए दिल्ली नगर निगम को ऑनलाइन मोड के जरिए सेवाओं को उपलब्ध कराने को कहा है. उपराज्यपाल अनिल बैजल ने सभी नगर निगमों को ऑनलाइन सेवाओं के उपयोग और उसके विस्तार पर ध्यान देने और इसका व्यापक प्रचार और नियमित निगरानी करने का निर्देश जारी किया.
जिससे नागरिकों को किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े और उन्हें घर बैठे या सेवाएं उपलब्ध हो सके.
बता दें कि राजधानी में जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना नगर निगमों का प्रमुख कार्य में से एक है. दिल्ली में लगभग 10 लाख जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र हर साल जारी किए जाते हैं. साल 2016 से सभी शहरी निकायों द्वारा इन प्रमाणपत्रों को ऑनलाइन जारी करने की व्यवस्था की गई है.