नई दिल्ली: दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या को लेकर लगातार प्रशासन द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं. इस बीच शुक्रवार को एलजी ने दिल्ली की सबसे ऊंची इमारत जो एमसीडी का हेड क्वार्टर भी है उसकी छत पर लगाई गई रोटेटिंग वाटर स्प्रिंकलिंग मशीन का निरीक्षण किया और मशीन की उपयोगिता को जांचा और परखा. ताकि आने वाले दिनों में दिल्ली के अंदर विभिन्न जगहों पर इस तरह की मशीनों को वायु प्रदूषण से जंग लड़ने की प्रक्रिया में दिल्ली विकास प्राधिकरण (Delhi Development Authority), दिल्ली नगर निगम (Municipal Corporation of Delhi), नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (New Delhi Municipal Council) और पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (Public Works Department) के द्वारा प्रयोग किया जाएगा.
देश की राजधानी दिल्ली में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (LG Vinay Kumar Saxena) लगातार दिल्ली की जनता के सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विभिन्न योजनाओं की ना सिर्फ शुरुआत कर रहे हैं, बल्कि उनका निरीक्षण भी कर रहे हैं. इस बीच शुक्रवार को दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा राजधानी की सबसे ऊंची इमारत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविक सेंटर जो दिल्ली की एकीकृत हो चुकी नगर निगम का मुख्यालय भी है. उसकी 28 मंजिल की छत पर रोटेट होने वाली वाटर स्प्रिंकलिंग मशीन का निरीक्षण भी किया. सिविक सेंटर की छत पर फिलहाल इस मशीन को ट्रायल बेसिस के तौर पर लगाया गया है. ताकि इस मशीन की उपयोगिता को जाता और परखा जा सके. सिविक सेंटर की छत पर इंस्टॉल की गई इस मशीन की सहायता से एक बड़े क्षेत्र पर पानी की बूंदों का छिड़काव व करके हवा में उड़ रही डस्ट और स्मोग को आसानी से बड़े क्षेत्रफल से हटाया जा सकता है. इस पूरी ड्राइव को MCD, DDA, NDMC, PWD के साथ आगामी दिनों में बड़े स्तर पर किया जाएगा.
गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली में सर्दियों के मौसम की शुरुआत के साथ ही वायु प्रदूषण एक बड़ी समस्या बन जाती है. जिसका एक प्रमुख कारण हवा में स्मॉग और डस्ट के उड़ते हुए कण भी है. दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या के समाधान को लेकर उपराज्यपाल के द्वारा एंटी स्मॉग गन का निरक्षण किया गया.
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