नई दिल्ली: डीपीसीसी के कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कैम्पेन कमेटी के अध्यक्ष कीर्ति आजाद, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली और प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने एक सुर में अरविंद केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा.
'अभी तक नहीं आईं कलस्टर बसें'
अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि दिल्ली सरकार उन नई बसों को खरीदने का ढिंढोरा पीट रही है, जिनके टेंडर कांग्रेस शासनकाल में हुए थे. उन्होंने कहा कि 2000 बसों के टेंडर किए गए थे, जिनमें 300 बसें पहले आनी थीं, लेकिन अभी तक क्लस्टर की बसें भी नहीं आ पाई हैं. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा 250 बसों को खरीदने का टेंडर रद्द हो चुका है. ऐसा केवल इसलिए हुआ क्योंकि उन्होंने गारंटी मनी जमा नहीं की थी.
केजरीवाल सरकार को घेरा
लवली ने यह भी कहा कि बीते 5 सालों के दौरान केजरीवाल सरकार ने डीटीसी बसों के तीन टेंडर निकाले और एक भी सफल नहीं रहा. वहीं कीर्ति आजाद ने आंकड़ें देते हुए कहा कि 2013 में जब कांग्रेस पार्टी की सरकार थी, तब 46 लाख 77 हजार लोग प्रतिदिन सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करते थे, जो आज घटकर प्रतिदिन 20-22 लाख पर आ गया है. उन्होंने यय भी कहा कि 2013 के अंत में डीटीसी के बेड़े में 5445 बसें थीं, जिनमें से 1845 गायब हो चुकी हैं और आज मात्र 3600 रह गईं हैं.
कांग्रेस नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि डीटीसी की बसों में कमी बताती है कि लोगों ने अपने निजी वाहनों का इस्तेमाल ज्यादा करना शुरू कर दिया है और यह भी एक कारण है दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने का. उन्होंने यह भी कहा कि हाल में दिल्ली सरकार द्वारा लागू किया गया ऑड-इवेन भी इसका प्रमाण है.