नई दिल्ली : दिल्ली में शनिवार को विभिन्न वकील संगठनों ने एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया. इस मौके पर दिल्ली की विभिन्न अदालतों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और राजस्थान से भी कई वकील पहुंचे थे. एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग करने वाले वकीलों के संगठनों में ऑल इंडिया लायर्स यूनियन, दिल्ली स्टेट, पश्चिमांचल अधिवक्ता मंच, ऑल इंडिया एससी-एसटी एडवोकेट्स वेलफेयर आर्गनाइजेशन, मिशन एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट, कानून राज पार्टी, न्यास सेवा दल और दूसरे वकील संगठन शामिल थे.
इस मौके पर आयोजित सभा में वकीलों ने दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की. ऑल इंडिया लायर्स यूनियन की ओर से दिल्ली स्टेट के सचिव सुनील कुमार ने कहा कि कई राज्यों में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लेकर आवाज उठाई जा रही है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में इसी साल एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया गया है. केरल में नए वकीलों के लिए स्टाइपेंड की व्यवस्था है. केरल में वकीलों को बीमारी होने की स्थिति में उन्हें मदद दी जाती है.
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वही, दिल्ली बार काउंसिल के पूर्व नेता केसी मित्तल ने कहा कि उन्होंने दिल्ली सरकार को एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट का प्रारुप दिया था, लेकिन उस पर विचार ही नहीं किया गया. जंतर-मंतर पर हुई सभा में कड़कड़डूमा कोर्ट के शाहदरा बार एसोसिएशन क पूर्व अध्यक्ष प्रमोद नागर इत्यादि कई वकीलों ने संबोधित किया. बता दें कि एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की मांग करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में भी एक याचिका दायर की गई है.
हाईकोर्ट ने इस याचिका पर केंद्र और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया है. याचिका में कहा गया है कि दिल्ली की विभिन्न जिला अदालतों में हिंसा की घटनाओं में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. याचिका में पिछले दिनों द्वारका में वकील वीरेंद्र कुमार नरवाल की हत्या का जिक्र किया गया है. याचिका में 2021 में हाईकोर्ट की ओर से अदालतों की सुरक्षा को लेकर स्वत: संज्ञान लेने का भी जिक्र किया गया है.
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