वकील सरकार से बीमा, हाऊसिंग, सामाजिक सुरक्षा, पेंशन और नए वकीलों को आर्थिक सहायता देने की मांग कर रहे थे. जुलूस के दौरान जो तख्ती वकील लिए हुए थे उसमें वकील एकता जिंदाबाद के नारे के साथ 10 हजार मानदेय देने की बात लिखी थी.
वकीलों ने इस दौरान एडवोकेट एक्ट में बदलाव की भी मांग रखी.
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सरकार है दमन के लिए तैयार!
इस मौके पर जंतर-मंतर रैली में पहुंचे कड़कड़डूमा कोर्ट के वकील सुनील कुमार, नवीन गोयल, महिला वकील विनिता सिंह और जीतेंद्र कुमार ने कहा कि किसी भी सरकार ने वकीलों के हित में कोई काम नहीं किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार उल्टे उनके दमन के लिए तैयार रहती है.
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हजारों की संख्यां में वकील शामिल
इस प्रदर्शन का आह्वान बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने किया था. वकीलों की मांगों में केंद्र की प्रस्तावित लीगल सर्विस अथॉरिटी एक्ट में संशोधन नहीं करना भी शामिल है. दिल्ली बार काउंसिल के मुताबिक इस प्रदर्शन में हजारों की तादाद में वकील शामिल हुए.