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लाल किला हिंसा : चंदे के रुपये से सिंघु बॉर्डर पहुंचा था गुरजोत

लालकिला मामले में गिरफ्तार गुरजोत सिंह ने कई खुलासे किए हैं. उसने पुलिस को बताया कि वह लक्खा सिधाना और दीप सिद्धू के वीडियो यूट्यूब पर देखता था. वह कई बार किसान आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए सिंघु बॉर्डर पहले भी आया था.

लाल किला हिंसा
लाल किला हिंसा
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Published : Jun 28, 2021, 8:33 PM IST

नई दिल्ली : स्पेशल सेल द्वारा लाल किला हिंसा मामले में गिरफ्तार किए गए गुरजोत सिंह ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. उसने पुलिस को बताया है कि किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए वह लक्खा सिधाना और दीप सिद्धू के वीडियो यूट्यूब पर देखता था. वह कई बार किसान आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए सिंघु बॉर्डर पहले भी आया था. बीते 26 जनवरी को हुई ट्रैक्टर परेड में हिस्सा लेने के लिए चंदा एकत्रित कर वह ट्रैक्टर पर सवार होकर सिंघु बॉर्डर पहुंचा था.


डीसीपी संजीव यादव के अनुसार, लाल किला हिंसा मामले में गिरफ्तार किया गया गुरजोत सिंह पंजाब के तरन तारन का रहने वाला है. वह 12वीं कक्षा तक पढ़ा हुआ है. उसके पिता सेना में कार्यरत थे और उसका जन्म महाराष्ट्र में वर्ष 1998 में हुआ था. पूछताछ के दौरान उसने बताया है कि सिंघु बॉर्डर पर जब आंदोलन होने लगा तो उसके गांव के कई लोग यहां पर आए थे. वह भी किसान आंदोलन को सपोर्ट करता था. दिसंबर 2020 के पहले और तीसरे सप्ताह में वह किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए सिंघु बॉर्डर आया था.



चंदा एकत्रित कर ट्रैक्टर से पहुंचा दिल्ली

किसान नेता सरवन सिंह पंढेर और सतनाम सिंह पन्नू की अपील पर वह अपने रिश्तेदारों और दोस्तों गुरप्रीत सिंह, नवदीप सिंह, गुरजंत सिंह और बलजिंदर सिंह के साथ ट्रैक्टर परेड में शामिल होने आया था. उन्होंने 15 लोगों से हजार- हजार रुपये का चंदा एकत्रित किया था. गुरप्रीत सिंह की ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर वह सिंधु बॉर्डर 21 जनवरी को पहुंचे थे. किसान मजदूर संघर्ष कमेटी स्टेज के पास वह ठहरे हुए थे. 25 जनवरी को सरवन सिंह पंढेर और सतनाम सिंह ने ट्रेक्टर रैली को दिल्ली के बीच में निकालने की घोषणा की थी.

ये भी पढ़ें- लाल किला दंगा मामले में वांटेड हुआ गिरफ्तार, एक लाख का था इनामी



26 जनवरी को ऐसे लालकिला पहुंचा आरोपी

26 जनवरी की सुबह 8 बजे सिंघु बॉर्डर से ट्रैक्टर परेड शुरू हुई थी. वह अपने रिश्तेदार एवं दो बुजुर्ग लोगों के साथ गुरप्रीत के ट्रैक्टर में सवार हो रखा था. मुकरबा चौक के पास निहंगों ने बैरिकेड तोड़ दिए थे, जहां से वह ट्रैक्टर पर आगे निकल गए. लाल किले के पास पहुंचकर उन्होंने ट्रैक्टर को छोड़ दिया था. यहां से वह पैदल लाल किले के अंदर गए थे. उस समय लाल किला बंद था. निहंग ने जब जबरन इस दरवाजे को खोला तो वह अंदर दाखिल हुए.



निशान साहिब फहराने में शामिल था आरोपी
अंदर जाने पर उसे गुरजंत, जजवीर और बूटा मिले. अंदर जाकर गुरजंत ने निशान साहिब का झंडा फहराया था. बाहर निकलने पर गुरजोत ने मीडिया को इंटरव्यू दिया था. उसने कहा था कि निशान साहिब का झंडा फहराकर वह लौटा है. इसके बाद वह जसवीर के साथ सिंघु बॉर्डर बाइक से लिफ्ट लेकर लौट आया था. उसे पता चला कि टीवी चैनल पर उसकी वीडियो चल रही है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है. इसके बाद वह मोबाइल बंद कर 27 जनवरी को अपने गांव चला गया था. इसके बाद से वह लगातार फरार चल रहा था.

नई दिल्ली : स्पेशल सेल द्वारा लाल किला हिंसा मामले में गिरफ्तार किए गए गुरजोत सिंह ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. उसने पुलिस को बताया है कि किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए वह लक्खा सिधाना और दीप सिद्धू के वीडियो यूट्यूब पर देखता था. वह कई बार किसान आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए सिंघु बॉर्डर पहले भी आया था. बीते 26 जनवरी को हुई ट्रैक्टर परेड में हिस्सा लेने के लिए चंदा एकत्रित कर वह ट्रैक्टर पर सवार होकर सिंघु बॉर्डर पहुंचा था.


डीसीपी संजीव यादव के अनुसार, लाल किला हिंसा मामले में गिरफ्तार किया गया गुरजोत सिंह पंजाब के तरन तारन का रहने वाला है. वह 12वीं कक्षा तक पढ़ा हुआ है. उसके पिता सेना में कार्यरत थे और उसका जन्म महाराष्ट्र में वर्ष 1998 में हुआ था. पूछताछ के दौरान उसने बताया है कि सिंघु बॉर्डर पर जब आंदोलन होने लगा तो उसके गांव के कई लोग यहां पर आए थे. वह भी किसान आंदोलन को सपोर्ट करता था. दिसंबर 2020 के पहले और तीसरे सप्ताह में वह किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए सिंघु बॉर्डर आया था.



चंदा एकत्रित कर ट्रैक्टर से पहुंचा दिल्ली

किसान नेता सरवन सिंह पंढेर और सतनाम सिंह पन्नू की अपील पर वह अपने रिश्तेदारों और दोस्तों गुरप्रीत सिंह, नवदीप सिंह, गुरजंत सिंह और बलजिंदर सिंह के साथ ट्रैक्टर परेड में शामिल होने आया था. उन्होंने 15 लोगों से हजार- हजार रुपये का चंदा एकत्रित किया था. गुरप्रीत सिंह की ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर वह सिंधु बॉर्डर 21 जनवरी को पहुंचे थे. किसान मजदूर संघर्ष कमेटी स्टेज के पास वह ठहरे हुए थे. 25 जनवरी को सरवन सिंह पंढेर और सतनाम सिंह ने ट्रेक्टर रैली को दिल्ली के बीच में निकालने की घोषणा की थी.

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26 जनवरी को ऐसे लालकिला पहुंचा आरोपी

26 जनवरी की सुबह 8 बजे सिंघु बॉर्डर से ट्रैक्टर परेड शुरू हुई थी. वह अपने रिश्तेदार एवं दो बुजुर्ग लोगों के साथ गुरप्रीत के ट्रैक्टर में सवार हो रखा था. मुकरबा चौक के पास निहंगों ने बैरिकेड तोड़ दिए थे, जहां से वह ट्रैक्टर पर आगे निकल गए. लाल किले के पास पहुंचकर उन्होंने ट्रैक्टर को छोड़ दिया था. यहां से वह पैदल लाल किले के अंदर गए थे. उस समय लाल किला बंद था. निहंग ने जब जबरन इस दरवाजे को खोला तो वह अंदर दाखिल हुए.



निशान साहिब फहराने में शामिल था आरोपी
अंदर जाने पर उसे गुरजंत, जजवीर और बूटा मिले. अंदर जाकर गुरजंत ने निशान साहिब का झंडा फहराया था. बाहर निकलने पर गुरजोत ने मीडिया को इंटरव्यू दिया था. उसने कहा था कि निशान साहिब का झंडा फहराकर वह लौटा है. इसके बाद वह जसवीर के साथ सिंघु बॉर्डर बाइक से लिफ्ट लेकर लौट आया था. उसे पता चला कि टीवी चैनल पर उसकी वीडियो चल रही है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है. इसके बाद वह मोबाइल बंद कर 27 जनवरी को अपने गांव चला गया था. इसके बाद से वह लगातार फरार चल रहा था.

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