नई दिल्ली: राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से मरीजों को बेड्स और ऑक्सीजन की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में बेड्स की उपलब्धता की जानकारी के लिए दिल्ली सरकार की ओर से ऐप भी जारी किए गए हैं, जिस पर बेड्स की उपलब्धता की जानकारी दी जा रही है.
दिल्ली में कोरोना से स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही हैं. लेकिन राहत की बात यह है कि कोरोना को मात देने वालों की संख्या में भी प्रतिदिन इजाफा हो रहा है. दिल्ली सरकार के आंकड़ों की माने तो रविवार की सुबह 8 बजे तक दिल्ली के सरकारी और निजी कोविड अस्पतालों में 2540 बेड उपलब्ध है.
दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना के कुल 22493 बेड मौजूद है. जिनमें से 19953 बेड पर मरीज है वही 2540 बेड खाली है. दिल्ली के सभी प्राइवेट और सरकारी कोरोना अस्पताल में आईसीयू/वेंटीलेटर के 5657 बेड है. जिनमें से 5615 बेड पर मरीज भर्ती हैं, तो वहीं 42 आईसीयू /वेंटीलेटर बेड खाली है.
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एम्स में है 6 आईसीयू बेड
पिछले कुछ दिनों के मुकाबले दिल्ली में आईसीयू और वेंटिलेटर बेड की स्थिति में थोड़ा सुधार होते दिख रहा है. सरकार द्वारा विभिन्न अस्पतालों में आईसीयू और वेंटिलेटर के बेड भी बढ़ाए गए है. केंद्र सरकार के एम्स अस्पताल में आईसीयू और वेंटिलेटर के 6 बेड खाली है. एन के एस हॉस्पिटल गुलाबी बाग में 8 आईसीयू/वेंटिलेटर बेड, तो वहीं मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल में 5 आईसीयू बेड उपलब्ध है. इसके अलावा डिवाइन हॉस्पिटल में 2 , राम सिंह हॉस्पिटल में 3,एम्स ट्रामा सेंटर में 3,वर्ल्ड ब्रेन हॉस्पिटल में 4, सिंघल हॉस्पिटल में 1,गर्ग हॉस्पिटल में 1 ,समा हॉस्पिटल में 1, अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल में 3,पटेल हॉस्पिटल में 3 और राम लाल कुंदन लाल हॉस्पिटल में 2 आईसीयू /वेंटीलेटर बेड उपलब्ध है.