नई दिल्ली: कृषि कानूनों के विरोध में 3 महीने से किसानों का आंदोलन जारी है. वहीं दूसरी ओर बीजेपी की ओर से अलग-अलग राज्यों में कृषि कानूनों को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए जन जागरण कार्यक्रम और सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में दिल्ली बीजेपी कार्यालय में किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में दूध-जलेबी के साथ किसान कानून और केंद्रीय बजट 2021 पर चर्चा की गई.
किसानों के कंधे में बंदक न चलाएं
उन्होंने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि किसानों के कंधों पर रखकर बंदूक न चलाएं. उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के लिए कोई रास्ता बंद नहीं किया है. अभी भी पुराने कृषि कानून लागू हैं केवल कांग्रेस द्वारा दी गई तकलीफों से बचाने के लिए प्रधानमंत्री नए कृषि कानूनों के रूप में एक जैकेट लेकर आए हैं, जिसे किसान अगर पहनना चाहते हैं, तो पहन सकते हैं, अन्यथा अगर वह पुराने कानूनों से संतुष्ट हैं तो उन्हीं के साथ आगे बढ़ सकते हैं.
पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सिद्धांतों पर चल रही बीजेपी
इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि को बीजेपी समर्पण दिवस के रूप में मना रहे हैं और उनका सिद्धांत है कि समाज के अंतिम व्यक्ति को भी आगे लेकर जाएं और उसे मजबूत बनाया जाए. इसी चीज को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों मजदूरों गरीबों को आगे लेकर उन्हें सशक्त बनाने को लेकर काम कर रही है.